जयपुर बुक फेस्टिवल: पाठकों के लिए स्वर्ग बना जवाहर कला केंद्र, मिल रहीं सस्ती किताबें

Jaipur Book Festival 2025
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जवाहर कला केंद्र में जयपुर बुक फेस्टिवल में पाएं हजारों किताबों पर छूट, किलो के भाव में पुस्तकें और बच्चों के लिए क्रिएटिव जोन की खास सुविधा।

Jaipur Book Festival 2025: साहित्य प्रेमियों के लिए जयपुर में इन दिनों किताबों का मेला लगा है। जहां पर काफी सस्ती दरों पर किताबें मिल रही हैं। जवाहर कला केंद्र के साउथ विंग में चल रहे जयपुर बुक फेस्टिवल ने शहर के पाठकों और किताबों के संग्रहकर्ताओं को एक अनोखा मंच दिया है। यह आयोजन शिल्पम आर्ट एंड क्राफ्ट फेयर के सहयोग से हो रहा है और इसमें दुनियाभर के लेखकों की किताबें एक ही जगह पर उपलब्ध हैं।

दुनियाभर की किताबें एक जगह

फेस्टिवल में फिक्शन, नॉन-फिक्शन, आत्मकथा, साइंस, मैनेजमेंट, हेल्थ और बच्चों के साहित्य सहित हर विधा की किताबें उपलब्ध हैं। जे.के. राउलिंग, डैन ब्राउन, स्टीफन किंग, डेनिएल स्टील और जेफ्री आर्चर जैसे वैश्विक लेखकों की किताबें भी यहां पाठकों को आकर्षित कर रही हैं। खास बात यह है कि रेयर एडिशन और पुरानी क्लासिक किताबें भी बिक्री के लिए उपलब्ध हैं, जो बुक कलेक्टर्स के लिए किसी खजाने से कम नहीं।

किताबें अब किलो के भाव में

इस फेस्टिवल की खासियतों में से एक है "किताबें किलो के भाव में"। यहां पाठकों को बेहद सस्ती दरों पर किताबें खरीदने का मौका मिल रहा है। कई किताबें मात्र ₹50 या ₹100 में उपलब्ध हैं, जो ऑनलाइन कीमतों की तुलना में बेहद किफायती हैं। अलग-अलग श्रेणियों पर विशेष डिस्काउंट भी दिया जा रहा है, जिससे पुस्तक प्रेमियों की भीड़ उमड़ रही है।

बच्चों के लिए रचनात्मक जोन

बच्चों के लिए एक अलग क्रिएटिव जोन और स्टोरीटेलिंग कॉर्नर बनाया गया है, जहां वे रोचक कहानियों, विज्ञान, कला और फोटोग्राफी से जुड़ी किताबों से रूबरू हो रहे हैं। यह सेक्शन अभिभावकों को भी बच्चों के साथ गुणवत्ता समय बिताने का अवसर दे रहा है।

पढ़ने की आदत को फिर से प्रोत्साहन

आयोजकों का मानना है कि डिजिटल युग में जहां युवा मोबाइल और सोशल मीडिया तक सीमित हो गए हैं, वहां ऐसे आयोजनों से किताबों की दुनिया में वापसी हो सकती है। यह फेस्टिवल केवल किताबों की बिक्री नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन है जो पाठकों को फिर से विचारशीलता और ज्ञान की ओर लौटने का संदेश देता है। जयपुर और आस-पास के क्षेत्रों से लोग बड़ी संख्या में इस आयोजन में पहुंच रहे हैं और अपनी पसंदीदा किताबों को संग्रह कर अपने निजी पुस्तकालयों को समृद्ध बना रहे हैं।

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