राजस्थान में मॉब लिंचिंग: भीलवाड़ा के जहाजपुर में ठेले से कार टकराई, युवक की पीट-पीटकर हत्या, कस्बे में तनाव

Bhilwara Mob Lynching
Bhilwara Mob Lynching : राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर कस्बे में शुक्रवार (4 जुलाई) को मामूली विवाद पर कुछ लोगों ने कार चालक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। उसकी कार सड़क किनारे लगे सब्जी के ठेले से टकरा गई थी। जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई और कार चालक पर हमला कर दिया। इस घटना ने क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव पैदा कर दिया है। शनिवार सुबह भी भारी पुलिस बल तैनात है।
मृतक की पहचान सीताराम के रूप में हुई है, जो टोंक जिले से अपने तीन दोस्तों के साथ जहाजपुर आया था। मामला तकिया मस्जिद के पास का है, जहां ठेले से टकराने के बाद घटना हुई।
मामूली टक्कर बनी मौत की वजह
शुक्रवार शाम करीब 6 बजे टोंक के चार युवक (सिकंदर, दिलखुश, सीताराम और दीपक) कार से जहाजपुर पहुंचे। तकिया मस्जिद के पास एक प्याज-आलू का ठेला लगा था। कार गलती से ठेले से टकरा गई, जिससे प्याज सड़क पर बिखर गई।
हाथ जोड़कर माफी मांगी, भरपाई को तैयार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सीताराम ने तुरंत हाथ जोड़कर माफी मांगी और ठेले के नुकसान की भरपाई की बात कही। लेकिन इसी दौरान स्थानीय दुकानों और मस्जिद के पास मौजूद 20–25 लोग इकट्ठा हो गए और मारपीट शुरू कर दी।
नामजद आरोपियों की सूची
मृतक के परिजनों ने बताया कि हमलावरों में बाबूखों, वसीम, शाहरूख, सद्दाम, हसनैन, मोहसिन, साहिल, इस्लाम, तनवीर, शरीफ, हनीफ, आबिद, ईदरीस, गुलजार, मूर्तजा आदि शामिल थे। इन सबने मिलकर सीताराम को बेरहमी से पीटा है, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। दोस्तों ने बीच-बचाव किया तो उनके साथ भी मारपीट की है। हमलावरों ने गाड़ी के तार काट दिए, जिससे वे बाइक से घायल सीताराम को अस्पताल ले गए। लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
अस्पताल और बाजार में हंगामा
हत्या की खबर मिलते ही जहाजपुर अस्पताल परिसर में भारी भीड़ एकत्रित हो गई। लोग प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन करने लगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इलाके के बाजार बंद करा दिए गए। विधायक गोपी चंद मीणा भी मौके पर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की कार्रवाई और तैनाती
सांप्रदायिक हिंसा में बदलती इस घटना को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जबकि, अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है। क्यूआरटी, एसटीएफ और आरएसी की टीमों को भी अलर्ट किया गया है। ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे।
कौन था सीताराम?
सीताराम, टोंक जिले का निवासी था और अपने दोस्तों के साथ घूमने जहाजपुर आया था। मृतक के जीजा ने मीडिया को बताया कि परिवार ने ऐसी क्रूर घटना की कल्पना भी नहीं की थी। उनका कहना है कि हमने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने हमें भी नहीं छोड़ा।
विधायक बोले-इतनी क्रूरता क्यों हुई?
जहाजपुर विधायक गोपी चंद मीणा ने कहा, यह बहुत ही निंदनीय और अमानवीय घटना है। अगर शुरुआती बहस या क्षति के बाद मामला सुलझाया जा सकता था, तो इतनी क्रूरता क्यों हुई? हम मांग करते हैं कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।
पुलिस बोली अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे
जहाजपुर की यह घटना केवल सड़क दुर्घटना नहीं रही, बल्कि भीड़ की मानसिकता और कानून के डर की कमी को उजागर करती है। पुलिस ने भरोसा दिया है कि सीसीटीवी फुटेज, चश्मदीदों के बयान और अन्य सबूतों के आधार पर हर आरोपी को पकड़ा जाएगा और हत्या के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।