राजस्थान में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई: जयपुर और कोटा में रियल एस्टेट व पान मसाला कंपनियों पर छापेमारी

Income Tax Raid: राजस्थान में मंगलवार को आयकर विभाग ने छापेमारी अभियान चलाया, जिसमें जयपुर और कोटा में स्थित रियल एस्टेट और पान मसाला कारोबार से जुड़े कुल 18 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की गई। यह ऑपरेशन विभाग के लगभग 150 अधिकारियों और कर्मचारियों की टीमों द्वारा अंजाम दिया गया, जो दिनभर चले सघन तलाशी अभियान में जुटे रहे।
तीन समूह आयकर विभाग के निशाने पर
जानकारी के अनुसार, यह छापेमारी टैक्स चोरी, अवैध नकद लेनदेन और अघोषित संपत्तियों की जानकारी के आधार पर की गई। इस अभियान के तहत तीन प्रमुख कारोबारी समूहों को निशाना बनाया गया है। जिसमें ये शामिल हैं।
हाई फ्लाई रियल एस्टेट ग्रुप (जयपुर)
इस रियल एस्टेट कंपनी के आठ ठिकानों पर छापेमारी हुई। समूह पर भारी मात्रा में नकद लेनदेन, अघोषित आय और काले धन के उपयोग का संदेह है। आयकर अधिकारियों ने कंपनी के ऑफिस और इससे जुड़े परिसरों से दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
सिद्धेश्वर गम्स, सिग्नेचर पान मसाला (कोटा)
कोटा में सक्रिय यह पान मसाला कंपनी भी जांच के घेरे में है। विभाग ने इसके तीन ठिकानों पर दबिश दी, जहां टैक्स रिकॉर्ड में अनियमितताओं और संदिग्ध वित्तीय लेन-देन की पुष्टि के प्रयास जारी हैं।
गोकुल कृपा ग्रुप, बीआरबी डेवलपर्स (जयपुर)
जयपुर का यह रियल एस्टेट समूह भी विभाग के रडार पर है। इसके छह ठिकानों पर छापे मारे गए। जांच के दौरान संपत्ति सौदों में काले धन के उपयोग और फर्जी दस्तावेजों के उपयोग की आशंका जताई गई है।
छापेमारी के पीछे की वजहें
आयकर विभाग को लंबे समय से इन तीनों समूहों के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं। रियल एस्टेट सौदों में बेनामी संपत्ति और बिना हिसाब-किताब के नकद लेनदेन की सूचनाएं मिलने के बाद यह कदम उठाया गया। सूत्रों का कहना है कि कई लेनदेन जटिल और संदिग्ध पैटर्न पर आधारित हैं, जिनकी विस्तृत जांच की जा रही है। टीम को क्या-क्या मिला है। इस संबंध में आयकर विभाग की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
