IAS टीना डाबी की बढ़ी मुश्किल: SDM की वजह से पड़ी सियासी फटकार; वीडियो वायरल

IAS Tina dabi With ravindra bhati
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बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी बैठक के दौरान।

Rajasthan: राजस्थान के बाड़मेर जिले में प्रशासनिक बैठक के दौरान जिला कलेक्टर और IAS अधिकारी टीना डाबी को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।

Rajasthan: राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक अहम प्रशासनिक बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जिला कलेक्टर और IAS अधिकारी टीना डाबी को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। बैठक में बाड़मेर के सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी मौजूद थे। मीटिंग के दौरान दोनों जनप्रतिनिधियों ने एक संवेदनशील मामले को लेकर कलेक्टर डाबी को कठघरे में खड़ा किया। जानिए क्या है पूरा मामला?



बता दें, यह मामला बाड़मेर के रामसर क्षेत्र की सीमावर्ती जमीनों की अवैध खरीद-फरोख्त से जुड़ा है। आरोप है कि वहां तैनात एसडीएम अनिल कुमार जैन ने सरकारी पद का दुरुपयोग करते हुए खुद को और अपने परिजनों को बड़ी सोलर कंपनियों का एजेंट यानी 'मुनीम' बना लिया था। उन्होंने भारत-पाक सीमा से सटे प्रतिबंधित इलाकों में लगभग 2350 बीघा जमीन सोलर कंपनियों के नाम रजिस्टर्ड करवाई, जो कि नियमों के विरुध्द है।

पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए की गड़बड़ी
जानकारी के अनुसार यह जमीन न केवल संवेदनशील क्षेत्र में है, बल्कि वहां किसी भी प्रकार की रजिस्ट्री या सौदेबाजी पर कानूनी रोक भी है। एसडीएम अनिल जैन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने अपने परिवारजनों के नाम पर पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए जमीन के सौदों में गड़बड़ी की और फर्जी दस्तावेजों का उपयोग किया।

जब यह मामला सामने आया तो प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने मीटिंग में बताया कि मामले की जांच की जा रही है, लेकिन विपक्षी नेताओं का गुस्सा इस बात पर था कि इतना बड़ा खेल उनके जिले में कैसे चलता रहा और प्रशासन की नजर से बचा रहा।

सीएम तक पहुंचा मामला
इतना ही नहीं यह मुद्दा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तक पहुंच गया। सीएम ने तत्परता दिखाते हुए त्वरित कार्रवाई की। जिसमें रामसर के SDM अनिल जैन को APO (Awaiting Posting Order) कर दिया गया। इसके साथ ही रायपुर (ब्यावर) के एसडीएम गुलाबचंद वर्मा को लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया।

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