खेत सिंह हत्याकांड: आरोपियों की दुकानों पर चला बुलडोजर, प्रशासन की समझाइश के बाद मानें परिजन

Rajasthan: जैसलमेर जिले के सरहदी गांव डांगरी में खेत में सो रहे किसान खेत सिंह की मंगलवार की रात को हत्या हो गई थी। जिसके बाद हत्या के विरोध में बुधवार को गांव और आसपास के क्षेत्रों में बाजार बंद रहे। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने आरोपियों की दुकान और एक डंपर में आग लगा दी। गुरुवार को लोग आक्रोशित होकर धरने पर बैठ गए। जिसके बाद तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। फिलहाल शुक्रवार को काफी समझाइश के बाद परिजन मान गए और अंतिम संस्कार कराया गया।
क्या था मामला?
जानकारी के अनुसार मृतक खेत सिंह ने हिरण के शिकार को रोकने की कोशिश की। आरोपियों को समझाइश दी, कि वे शिकार ना करें लेकिन आरोपी इस बात को लेकर काफी नाराज हो गए। जिसकी वजह से खेत सिंह की धोखे से धारदार हथियार से हमला कर जान ले ली। घटना के दौरान खेत सिंह अपने खेत में सो रहे थे।
जब इस हादसे की जानकारी ग्रामीणों को लगी तो ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया। जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बन गई। सूचना पाकर मौके पर जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी, जिला प्रमुख प्रताप सिंह सोलंकी, पोकरण विधायक प्रताप पुरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी समेत कई जनप्रतिनिधि भी पहुंचकर समझाइश दी।
बुलडोजर की कार्रवाई और 150 बीघा जमीन मुक्त कराई
प्रशासन लगातार समझाइश देने में जुटा रहा लेकिन ग्रामीण नहीं मानें। ग्रामीणों ने मांगी रखी कि आरोपियों के मकान को गिराने और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए। इसके अलावा मृतक किसान के परिजन को संविदा नौकरी और मुआवजा दिया जाए। हालांकि प्रशासन द्वारा तुरंत ही इस मांग को स्वीकार्य कर लिया गया। जिसके बाद आरोपियों की दुकान पर बुलडोजर चलाया गया और करीब 150 बीघा जमीन को मुक्त कराया गया। कार्रवाई जिला कलेक्टर प्रताप सिंह और पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे की मौजूदगी में की गई।
प्रशासन की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार
गांव में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। शुक्रवार की सुबह करीब 7 बजे किसान खेत सिंह का शव उनके गृह ग्राम लाया गया। जहां उनका अंतिम संस्कार शांतिपूर्ण माहौल में किया गया। प्रशासन ने हत्याकांड और शिकार में शामिल आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है।
भाटी ने कांग्रेस नेता का बिना नाम लिए किया हमला
अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। रविंद्र सिंह भाटी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रशासन से अपील की है। भाटी ने डांगरी गांव पहुंचकर किसी का बिना नाम लेते हुए कहा कि लोग अपणायत का चोला पहनकर संवेदनाओं पर राजनीति करने आएंगे। वो लोगों को लड़ाने के लिए इंतजार कर रहे हैं। शायद यह इशारा उनका कांग्रेस नेता हरीश चौधरी की ओर रहा।
परिवार को दोष देना गलत: मुस्लिम धर्मगुरु सालेह मोहम्मद
पूर्व कैबिनेट मंत्री व मुस्लिम धर्मगुरु सालेह मोहम्मद ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि लोगों को कानून पर भरोसा रखना चाहिए। गलती करने वालों को कठोर सजा मिलनी चाहिए। लेकिन अगर दोषी एक व्यक्ति है, तो परिवार पर दोष देना गलत है। गुनाह की सजा केवल गुनहगारों को मिलनी चाहिए, परिवार को नहीं।
