भीलवाड़ा में इंसानियत शर्मसार: 15 दिन के मासूम को जंगल में फेंका, मुंह में पत्थर ठूंसकर फेवीक्विक से चिपकाया

भीलवाड़ा में इंसानियत शर्मसार, मुंह पत्थर ठूंसकर नवजात को जंगल में फेंका
Bhilwara Latest News: राजस्थान के भीलवाड़ा ज़िले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। मांडलगढ़ क्षेत्र में 15 दिन के नवजात जंगल में पत्थरों के ढेर के बीच मिला है। किसी को उसके रोने की आवाज़ न सुनाई दे, इसके लिए बच्चे के मुंह में पत्थर ठूंसकर फेवीक्विक से चिपका दिया गया था। लेकिन समय रहते चरवाहे की नज़र पड़ गई और मासूम की जान बच गई।
जंगल में तड़पता मिला मासूम
घटना मंगलवार (23 सितंबर) दोपहर करीब 2 बजे की है। मांडलगढ़ के सीता का कुंड मंदिर के सामने जंगल में मवेशी चरा रहे युवक ने जब पत्थरों के ढेर के पास हलचल देखी तो करीब से जाकर देखा। वहां एक नवजात बच्चा बेसुध पड़ा था। बच्चे के मुंह में पत्थर भरा था, जिसे किसी तरह निकाला गया।
बच्चे के मुंह में लगा था फेवीक्विक
बिजौलिया अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश धाकड़ ने बताया, बच्चे के मुंह में फेवीक्विक लगा था। उसकी दाईं जांघ पर जलने के निशान हैं। बच्चा करीब 15 से 20 दिन का है। प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को भीलवाड़ा हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
इंसानियत को झकझोर देने वाला कृत्य
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस तरह की बर्बरता पहली बार देखी है। हेड कांस्टेबल विजय सिंह के मुताबिक, पुलिस आसपास के इलाकों में पूछताछ कर रही है। मांडलगढ़ और बिजौलिया के अस्पतालों में बीते दिनों हुई डिलीवरी के रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। ताकि, बच्चे की पहचान हो सके और दोषियों को पकड़ा जा सके।
