राजस्थान: पुष्कर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है रियल एस्टेट और टूरिज्म का दायरा, एडीए ने शुरू की छह नई योजनाएं

अजमेर विकास प्राधिकरण
Rajasthan: राजस्थान में वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में प्रसिद्धि पा रहे पुष्कर और उसके आसपास के इलाकों में आवासीय और पर्यटन सुविधाओं की मांग लगातार बढ़ रही है। इस बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) ने करीब 15 किलोमीटर की परिधि में छह नई योजनाएं प्रस्तावित की हैं, जिनमें से दो पहले ही तैयार की जा चुकी हैं। शेष चार योजनाओं को आवश्यक मंजूरी मिल चुकी है और जल्द ही इन पर भी काम शुरू होने की उम्मीद है।
होकरा में बनेगा मैरिज डेस्टिनेशन हब
होकरा क्षेत्र में दो चरणों में विकास कार्य किया जा रहा है। पहले चरण में 8 बड़े भूखंडों में से 6 पहले ही बेचे जा चुके हैं। अब दूसरे चरण में होकरा हाईवे पर लगभग 40 हेक्टेयर क्षेत्र में मैरिज डेस्टिनेशन हब विकसित करने की योजना बनाई गई है, जिससे क्षेत्र में वेडिंग टूरिज्म को और बढ़ावा मिलेगा।
गनाहेड़ा में टूरिज्म फैसिलिटी को मिला बड़ा रिस्पॉन्स
गनाहेड़ा टूरिस्ट फैसिलिटी योजना के तहत लगभग चार साल पहले होटल निर्माण के लिए 13 बड़े भूखंड प्रस्तावित किए गए थे, जिनमें से 12 सफलतापूर्वक नीलाम किए जा चुके हैं। इससे यह साफ है कि पर्यटन क्षेत्र में निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है।
कानस में रिसॉर्ट और फार्म हाउस के लिए योजना
कानस क्षेत्र में 12 हेक्टेयर भूमि पर 64 छोटे भूखंडों की योजना बनाई गई है, जिन्हें रिसॉर्ट निर्माण के लिए आरक्षित किया गया है। इन भूखंडों की कीमत 13,300 रुपये प्रति वर्ग मीटर तय की गई है। इसके अलावा, दूसरे चरण में बड़े फार्म हाउस के लिए 30 हेक्टेयर क्षेत्र में भूखंड विकसित किए जाएंगे, जिनकी न्यूनतम दर 10,700 रुपये प्रति वर्ग मीटर रखी गई है।
सूरजकुंड में ईको-हाउस और फार्म हाउस की नीलामी की तैयारी
86 हेक्टेयर में फैली सूरजकुंड योजना के तहत प्राधिकरण 17 रिसॉर्ट भूखंड, 55 फार्म हाउस तथा 77 ईको-हाउस भूखंड नीलाम करेगा। यह क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, जिससे पर्यावरणीय पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
निवेश और विकास को मिलेगा नया आयाम
इन योजनाओं से पुष्कर और उसके आसपास का इलाका न केवल पर्यटन के लिहाज से समृद्ध होगा, बल्कि रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी। अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा की जा रही ये पहलें क्षेत्र में स्मार्ट और योजनाबद्ध विकास की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही हैं।
