Moosewala Murder Case: मूसेवाला की हत्या का आरोपी अंसारी फरार, पत्नी की सर्जरी के बहाने ली थी जमानत

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सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में हथियार सप्लायर अंसारी फरार।

Sidhu Moosewala Murder: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल हथियार सप्लायर शहबाज अंसारी फरार हो गया है। आरोपी को पकड़ने के पुलिस समेत NIA टीम भी तलाश में जुटी हुई है।

Sidhu Moosewala Murder Case: सिद्धू मूसेवाला हत्या के मामले में हथियार सप्लाई करने वाला आरोपी शहबाज अंसारी अब फरार हो गया है। पुलिस ने अंसारी को साल 2022 दिसंबर में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से अरेस्ट किया था। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को हथियार और गोला-बारूद सप्लाई करने के मामले में पुलिस ने शहबाज अंसारी गिरफ्तार किया था।

पत्नी की प्रेग्नेसी का हवाला देकर बाहर आया था अंसारी
जानकारी के मुताबिक, साल 2023 में शहबाज अंसारी अपनी पत्नी की प्रेग्नेसी का हवाला देने पर कोर्ट ने उसे 5 दिन की अंतरिम जमानत दी थी, लेकिन उसने कोर्ट की शर्तों का उल्लंघन किया और अदालत में भी पेश नहीं हुआ था। बाद में कई बार जमानत की याचिकाएं डालीं गईं, लेकिन NIA की आपत्तियों की वजह से वह खारिज होती रहीं। बताया जा रहा है कि अंसारी ने NIA को अपनी लोकेशन नहीं दी थी, जिसकी वजह से उसकी 30 दिन की जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया था।

दूसरी बार दिया सर्जरी का हवाला
शहबाज अंसारी ने इस साल जून में भी पत्नी की सर्जरी का हवाला देकर अंतरिम जमानत ली, लेकिन बाहर आने के बाद वह फरार हो गया था। NIA का कहना है कि अंसारी की लोकेशन का अभी पता नहीं लग पा रहा है। उसका मोबाइल फोन बंद है। NIA के मुताबिक जिस नंबर से वह कॉनटेक्ट में था, वह असम के एक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है। NIA ने अदालत से कहा है कि गाजियाबाद का जो पता उसने अदालत में दिया था, वहां भी अंसारी अब नहीं रहता है।

लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग से संबंध
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई, 2022 को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के वक्त मूसेवाला जीप में सवार होकर दो दोस्तों के साथ जा रहे थे। उस दौरान हमलावरों ने उनपर गोलियां चला दी थी। जांच में सामने आया था कि हमलावरों में 6 शूटर शामिल थे, जिनका संबंध लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग से था।

अदालत में पेश नहीं हुआ आरोपी
NIA की रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से कई हथियार बरामद हुए थे। जांच में सामने आया था कि अंसारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लिए हथियारों की डीलिंग करता था और लाखों रुपये कमाता था। बताया जा रहा है कि NIA ने अदालत में अर्जी देकर 8 जुलाई को उसकी जमानत रद्द करवा दी थी। नोटिस मिल जाने के बाद भी अंसारी अदालत में पेश नहीं हुआ।

आरोपी के वकील का भी कहना था कि उसे अपने क्लाइंट के ठिकाने की जानकारी नहीं है। पुलिस और NIA टीम मिलकर शहबाज अंसारी को पकड़ने के लिए ठिकानों पर दबिश दे रही है। आरोपी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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