Bikram Singh Majithia: शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की बढ़ीं मुश्किलें, हाईकोर्ट ने खारिज की ज़मानत याचिका

Punjab Haryana High Court
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बिक्रम सिंह मजीठिया की जमानत याचिका खारिज।   

Bikram Singh Majithia: शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की ज़मानत याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है।

Bikram Singh Majithia: शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की जमानत याचिका को पंजाब -हरियाणा हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। बिक्रम सिंह मजीठिया आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल मजीठिया नाभा जेल में बंद हैं।

मजीठिया को इसी साल 25 जून को 540 करोड़ रुपए की ड्रग मनी लॉन्ड्रिंग केस में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था, गिरफ्तारी के दौरान मजीठिया अपने अमृतसर स्थित घर पर मौजूद थे, जहां से उन्हें अरेस्ट करके मामले में कानूनी कार्रवाई की गई। इसके अलावा 4 दिन पहले ही बिक्रम सिंह मजीठिया के करीबी हरप्रीत सिंह गुलाटी को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था।

15 दिन रिमांड पर रहे मजीठिया

बता दें कि पंजाब की विजिलेंस ब्यूरो ने जब बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार किया था, तब कोर्ट ने उन्हें अगले दिन 7 दिन की रिमांड पर भेजा था, जिसके बाद इसे 4 दिन के लिए बढ़ा दिया गया था। रिमांड खत्म हो जाने के बाद मोहाली कोर्ट में मजीठिया को पेश किया गया था।

मामले को लेकर सरकारी वकील फेरी सोफत ने कहा कि,'कुल 15 दिन की रिमांड थी, 12 दिन हो चुके हैं, लेकिन विजिलेंस विभाग ने 3 दिन रिजर्व रखे हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर बाद में पूछताछ की जा सके।' वकील ने कहा कि विजिलेंस की टीम अलग-अलग जगहों पर छापेमारी करने में जुटी हुई है, ताकि डॉक्यूमेंट्स बरामद के बाद मजीठिया को फिर से रिमांड पर लिया जा सके।

हरप्रीत सिंह गुलाटी 6 दिन रिमांड पर

पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में मजीठिया ने जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने आज खारिज कर दिया है। संभावना है कि जमानत के लिए मजीठिया सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगा सकते हैं। मजीठिया और हरप्रीत सिंह गुलाटी पर आरोप है कि दोनों के बीच शराब कंपनी आकाश स्प्रीति, यूवी एंटरप्राइज और एडी एंटरप्राइजिज के जरिए पैसे का लेन देन हुआ था।

गुलाटी के माध्यम से मजीठिया ने हिमाचल के शिमला और दिल्ली में संपत्तियां बनाई थीं। अदालत में पेशी के दौरान विजिलेंस ने गुलाटी की 6 दिन की पुलिस रिमांड हासिल की है,ताकि गुलाटी से पूछताछ करके लेन-देन से जुड़ी पूरी जानकारी हासिल की जा सके। वहीं अकाली दल के लोगों का कहना है कि यह मामला राजनीति से जुड़ा है और मजीठिया पर झूठे आरोप लगाए गए हैं।

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