पंजाब में बाढ़ से तबाही: पानी से डूबे खेतों में पहुंचे शिवराज सिंह चौहान, किसानों को हर संभव मदद का आश्वासन

पंजाब में बाढ़ से तबाही: खेतों पर पहुंचे शिवराज सिंह चौहान
Punjab floods Shivraj Singh visit: पंजाब 37 साल बाद आई भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। रूपनगर, नंगल, आनंदपुर साहिब और पटियाला के सैकड़ों गांव डूब गए। लाखों हेक्टेयर की फसल चौपट हो गई। 37 लोग जान गंवा चुके हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अमृतसर पहुंच का बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान किसानों के साथ उनके खेतों पर पहुंचे। पानी से डूबे खेतों पर जाकर फसलों की यथा स्थिति देखी। कहा, केंद्र सरकार पीड़ित किसानों की हर संभव मदद करेगी। इससे पहले उन्होंने अमृतसर एयरपोर्ट पर बीजेपी नेताओं से मिले।
शिवराज सिंह चौहान पंजाब में जलप्रलय की स्थिति का आकलन करने गए । फसलें पूरी तरह से डूबी हुई हैं।
— Arjun kukaswal Gurjar (हिन्दू) (@Arjunsi9638951) September 4, 2025
बिना खेत में जाए दर्द और नुकसान का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। फसलों पर संकट है। स्थिति देखकर मन द्रवित है।
हम किसानों को हौसला नहीं हारने देंगे, मजबूती से साथ खड़े हैं। pic.twitter.com/aUfCYpSj79
फसल नुकसान का होगा आंकलन
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी पंजाब की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने मुझे यहाँ किसानों का दर्द समझने और उनकी मदद के लिए भेजा है। जल्द ही कृषि विभाग की केंद्रीय टीम फसल नुकसान का आकलन करने पंजाब के विभिन्न जिलों का दौरा करेगी।
भाखड़ा डैम उछला, सतलुज किनारे अलर्ट
पंजाब में भारी बारिश और बांधों में बढ़ते जल स्तर ने हालात खराब कर दिए हैं। गुरुवार को भाखड़ा नागल डैम का जलस्तर 1,678.97 फीट तक पहुंच गया, जो अपनी अधिकतम क्षमता 1,680 फीट के करीब है। प्रशासन ने सतलुज नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर राहत शिविरों में जाने की सलाह दी है।
पंजाब के इन जिलों में हाई अलर्ट
पंजाब में पौंग बांध उछल रहा है। इसका जलस्तर अपनी क्षमता से 4 फीट ऊपर पहुंच चुका है। प्रशासन ने रूपनगर, नंगल, आनंदपुर साहिब और पटियाला सहित अन्य जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है। राहत और बचाव कार्यों के लिए NDRF की टीमें तैनात हैं।1.75 लाख हेक्टेयर फसलें बर्बाद
पंजाब में बाढ़ से करीब 3.55 लाख लोग प्रभावित हैं। 1.75 लाख हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई। 37 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है। सतलुज, ब्यास और घग्गर नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इनसे लगे जिलों में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
