हरियाणा में फिर खतरे की घंटी: कल पूरे प्रदेश में 15 मिनट रहेगा ब्लैक आउट, इमरजेंसी सिक्योरिटी सिस्टम की होगी जांच

कल पूरे प्रदेश में 15 मिनट रहेगा ब्लैक आउट, इमरजेंसी सिक्योरिटी सिस्टम की होगी जांच
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प्रतीकात्मक फोटो। 

भारत-पाक में सीजफायर के बावजूद हरियाणा सरकार 29 मई को पूरे राज्य में “ऑपरेशन शील्ड” नामक एक व्यापक आपातकालीन अभ्यास आयोजित करने जा रही है। जानें क्यों हो रहा है ऐसा

हरियाणा में फिर खतरे की घंटी : हरियाणा में गुरुवार को एक बार फिर ब्लैक आउट होगा। पाकिस्तानी हमले के दौरान प्रदेश में एक बार ब्लैक आउट करके युद्ध परिस्थितियों का अभ्यास किया जा चुका है। अब भारत और पाक में भले ही सीजफायर हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद हरियाणा में आपातकालीन तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है। इसके तहत सरकार एक राज्यव्यापी आपातकालीन अभ्यास "ऑपरेशन शील्ड" आयोजित करने जा रही है, जिसका उद्देश्य आपदा के समय त्वरित प्रतिक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती को परखना है। यह सुरक्षा अभ्यास सभी 22 जिलों में एक साथ किया जाएगा, जो शाम 5 बजे शुरू होगा और देर रात तक चलेगा।

खतरे की आहट से पहले तैयारी, युवा संगठन भी भाग लेंगे

इस अभ्यास को केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देश पर तैयार किया गया है। इसमें हवाई और ड्रोन हमलों जैसे गंभीर खतरे की स्थितियों को प्रतीकात्मक रूप से दर्शाया जाएगा। इससे न केवल राज्य के आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र की मजबूती की जांच की जाएगी, बल्कि प्रशासन, सुरक्षाबलों और आम नागरिकों के बीच समन्वय को भी परखा जाएगा। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा के अनुसार, इस अभ्यास में केवल सरकारी एजेंसियां ही नहीं बल्कि समाज के विभिन्न संगठनों को भी शामिल किया गया है। इनमें नागरिक सुरक्षा वार्डन, पंजीकृत स्वयंसेवक और युवा संगठन जैसे एनसीसी (NCC), एनएसएस (NSS), नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स (BSG) प्रमुख रूप से भाग लेंगे। इनकी भूमिका आपात स्थिति में सहायक बल के रूप में तैयार रहने की होगी।

रात 8 से सवा 8 बजे तक कई एरिया में रहेगी बत्ती गुल

अभ्यास के दौरान 29 मई की रात को 8 बजे से 8:15 बजे तक राज्य के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 15 मिनट का नियंत्रित ब्लैकआउट किया जाएगा। हालांकि, यह ब्लैकआउट अस्पतालों, पुलिस स्टेशनों और दमकल सेवाओं जैसी जरूरी आपात सेवाओं पर लागू नहीं होगा। इस अवधि में आम जनता को भी अलर्ट रहने और निर्देशों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा। “ऑपरेशन शील्ड” के दौरान हवाई हमले या ड्रोन हमले की चेतावनी के लिए सायरन सिस्टम का परीक्षण किया जाएगा। इसके साथ ही भारतीय वायुसेना के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए एक विशेष संचार हॉटलाइन को भी सक्रिय कर उसकी क्षमता को परखा जाएगा।

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