'आजादी किसी एक की देन नहीं ': नागपुर में बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत; पहलगाम आतंकी हमले की निंदा

Mohan Bhagwat Supports reservation
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Mohan Bhagwat Supports reservation: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि जब तक जरूरी हो आरक्षण जारी रहना चाहिए।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में कहा कि भारत की आजादी किसी एक व्यक्ति के कारण नहीं, बल्कि 1857 से शुरू हुए सामूहिक संघर्षों का परिणाम थी। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की भी कड़ी निंदा की।

Mohan Bhagwat Nagpur Speech : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार (9 जून) को भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की सामूहिक प्रकृति पर जोर देते हुए कहा कि यह संघर्ष किसी एक व्यक्ति की वजह से नहीं, बल्कि 1857 के विद्रोह से शुरू हुए सामूहिक प्रयासों का परिणाम था। इस दौरान उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।

संघ प्रमुख मोहन भागवत शनिवार को नागपुर में पुस्तक विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में हमेशा यह बहस का विषय होता है कि आजादी किसने दिलाई, लेकिन सच यह है कि आजादी किसी एक की देन नहीं, बल्कि यह सामूहिक प्रयासों का प्रतिफल था। 1857 में स्वतंत्रता आंदोलन की जो लौ जली, वह फिर बुझने नहीं पाई।

सामूहिक सोच पर आधारित RSS के निर्णय
मोहन भागवत ने यह भी स्पष्ट किया कि आएसएस की नीतियां और कामकाज इसी सामूहिक सोच पर आधारित है। स्वयं सेवक संघ का कोई भी निर्णय एक व्यक्ति का नहीं बल्कि, यह सामूहिक विचार-विमर्श के आधार पर तय होता है।

आतंकी हमले पर बयान
मोहन भागवत ने 5 जून को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा— हमारे नागरिकों को मारने वाले आतंकियों के खिलाफ सेना की यह कार्रवाई सराहनीय है।

राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील
मोहन भागवत ने सभी राजनीतिक दलों से आपसी सहयोग और राष्ट्रीय एकता बनाए रखने की अपील की। कहा, यह समझदारी अगर स्थायी हो जाए तो देश के लिए बहुत बड़ी राहत होगी।

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