indrayani bridge collapse: पुणे में कैसे गिरा 32 साल पुराना पुल? प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई बड़ी वजह

Pune Indrayani Bridge Collapse : महाराष्ट्र के पुणे जिले में इंद्रायणी नदी पर बना 32 साल पुराना पैदल पुल रविवार (15 जून 2025) दोपहर 3:30 बजे ढह गया था। इस दर्दनाक हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुंदामाला में अधिक भीड़ के चलते यह पुल ढहा है। हादसे के समय इस पर 100 से अधिक लोग मौजूद थे
पुणे की मावल तहसील में इंद्रायणी नदी पर बना यह पुल असुरक्षित घोषित जा चुका था। प्रशासन ने चेतावनी बोर्ड भी लगवाया हुआ था, लेकिन लोगों ने प्रशासन की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया। एक साथ 100 से अधिक लोग पुल पर चढ़ गए, जिस कारण अचानक वह धराशायी हो गया और लोग नदी में जा गिरे।
क्या है कहते हैं प्रत्यक्षदर्शी?
- घायल सुनील कुमार ने बताया कि हादसे के वक्त मैं पुल पर ही था। अचानक पुल हिलने लगा तो हम घबरा गए। बहन से कुछ कह पात उससे पहले ही पुल भरभराकर गिर गया। मुझे फ्रैक्चर हो गया है। इलाज की व्यवस्था यहां ठीक है।
- अस्पताल में भर्ती बादल ने बताया कि पुल पर बहुत भीड़ थी। घटना के 15 मिनट के भीतर पुलिस और NDRF की टीम पहुंच गई थी। मेरे पैर और पीठ में चोट है। अन्य घायलों ने भी बताया कि भीड़ के कारण पुल पर संतुलन नहीं बन सका और वह टूट गया। कई लोग पानी में बह गए हैं।
प्रशासनिक लापरवाही?
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह पुल पर्यटकों के लिए मशहूर है। प्रशासन से इसकी मरम्मत के लिए कई बार मांग की गई, लेकिन गंभीरता से नहीं लिया। अगर पहले ही इसे बंद कर दिया गया होता, तो आज ये जानें बच सकती थीं।
जांच के आदेश
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। नदी के बहाव में बह गए लोगों की खोजबीन शुरू की गई। सरकार ने मुआवजे का ऐलान करते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
Pune Indrayani Bridge Collapse: पुल की पृष्ठभूमि
- निर्माण वर्ष: 1992
- निर्माण प्रकार: लोहे का पैदल पुल
- स्थिति: पुराना और कई बार मरम्मत की आवश्यकता वाले पुलों में सूचीबद्ध
- चेतावनी बोर्ड: भीड़ से बचें, एक समय में सीमित लोग ही पार करें
मृतकों के प्रति शोक और अपील
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही घायलों को उचित इलाज का आश्वासन दिया है। सीएम ने लोगों से अपील की है कि असुरक्षित ढांचों पर जाने से बचें और प्रशासनिक चेतावनियों का पालन करें।
अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक
महाराष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार को इस मुद़्दे पर बैठक की। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग, प्रधान सचिव, ग्रामीण विकास विभाग, सचिव (सड़क) लोक निर्माण विभाग, संभागीय आयुक्त, पुणे कलेक्टर, सीईओ, एसपी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।
