'भाषा के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं': महाराष्ट्र सीएम फडणवीस का सख्त बयान, MNS कार्यकर्ताओं को चेताया

भाषा के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी: महाराष्ट्र सीएम फडणवीस
Marathi language controversy: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मराठी भाषा के नाम पर हो रही हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि किसी भी भाषा को लेकर गुंडागर्दी और हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई जरूर होगी।
भाषा विवाद पर क्या बोले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस?
मीडिया से बात करते हुए सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "महाराष्ट्र में मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है। लेकिन अगर कोई भाषा के कारण गुंडागर्दी करता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर कोई भाषा के आधार पर लोगों के साथ मारपीट करता है, तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने इस घटना पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की है और अगर भविष्य में कोई इस तरह का भाषा विवाद पैदा करता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।''
#WATCH | Mumbai: Maharashtra CM Devendra Fadnavis says, "It is not wrong to be proud of the Marathi language in Maharashtra. But if someone indulges in hooliganism due to language, we will not tolerate it. If someone beats up people on the basis of language, this will not be… pic.twitter.com/9mZBiXfcm9
— ANI (@ANI) July 4, 2025
फडणवीस ने आगे कहा, ''हमें अपनी मराठी पर गर्व है, लेकिन भारत की किसी भी भाषा के साथ इस तरह से अन्याय नहीं हो सकता, हमें यह ध्यान में रखना होगा। और कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि ये लोग अंग्रेजी को अपनाते हैं और हिंदी पर विवाद पैदा करते हैं। यह कैसी सोच है और यह कैसी कार्रवाई है? इसलिए, कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
क्या है पूरा मामला?
1 जुलाई को एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मनसे (राज ठाकरे की पार्टी) के कार्यकर्ता ठाणे की एक मिठाई दुकान में घुसकर दुकानदार से मराठी में बात करने के लिए दबाव बना रहे हैं। जब दुकानदार ने कहा कि "मराठी अनिवार्य है, ये मुझे नहीं पता था", तो एक कार्यकर्ता ने धमकाते हुए कहा "मार खाएगा?" और फिर तीनों ने दुकानदार को थप्पड़ मारने शुरू कर दिए।
दुकानदार ने कहा कि महाराष्ट्र में सभी भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन मनसे कार्यकर्ता इस जवाब से और भड़क गए और गालियां देते हुए दुकान बंद करवाने की धमकी दी।