Video: महिला IPS अधिकारी से फोन कॉल विवाद, अजित पवार ने दी सफाई; जानिए क्या कहा?

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें अजित कथित तौर पर एक महिला आईपीएस अधिकारी को फोन पर फटकार लगाते नजर आ रहे हैं। इस विवाद ने सियासत में हलचल मचा दी है।
विवाद बढ़ने के बाद पवार ने बयान जारी करते हुए कहा, "मैं पुलिस बल और उनकी महिला अधिकारियों का बहुत सम्मान करता हूं, जो निष्ठा और साहस से काम करती हैं। मैं कानून के शासन को सर्वोपरि मानता हूं और अवैध रेत खनन जैसी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध हूं।"
देखिए उपमुख्यमंत्री अजित पवार और आईपीएस अधिकारी के बीच बातचीत का वीडियो
अजित पवारांचा #IPS अधिकाऱ्याला थेट फोन आणि व्हिडिओ कॉलद्वारे "कारवाई थांबवा"चा आदेश. हा सत्तेचा दुरूपयोग आहे.DySP अंजली कृष्णा यांनी कायदा पाळला, पण उपमुख्यमंत्र्यांनी धमकावलं? मुरुमासाठी इतका हस्तक्षेप का? महाराष्ट्रात खरंच काय चाललंय? अशाच कामांसाठी राज्यातील नेत्यांना आपल्या… pic.twitter.com/bP4uoiStqK
— Vijay Kumbhar (@VijayKumbhar62) September 4, 2025
वीडियो में क्या है?
वायरल क्लिप में अजित पवार कथित तौर पर करमाला की उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (SDPO) अंजना कृष्णा से एक एनसीपी कार्यकर्ता के फोन पर बात करते हैं। अधिकारी शुरू में उनकी आवाज नहीं पहचान पाती, जिसके बाद पवार वीडियो कॉल पर आकर उनसे बात करते हैं। वीडियो में वे कथित तौर पर मुरुम (सड़क निर्माण सामग्री) के अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई रोकने के लिए सख्ती से कहते दिखते हैं।
एनसीपी का पक्ष
एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने इस वीडियो को “जानबूझकर लीक” बताया। उन्होंने कहा, "अजित पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए अधिकारी को डांटा होगा। उनका मकसद कार्रवाई रोकना नहीं था। वे अपनी बेबाक बातों के लिए जाने जाते हैं और कभी गैरकानूनी गतिविधियों का समर्थन नहीं करते।"
विपक्ष का हमला
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने पवार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "अजित पवार चोरों को संरक्षण दे रहे हैं और उन्हें सरकार में रहने का कोई हक नहीं है। मुरुम की अवैध खुदाई से सरकारी खजाने को नुकसान होता है। ऐसी घटनाओं के बाद कई नेताओं ने नैतिक आधार पर इस्तीफा दिया है।" राउत ने आरोप लगाया कि “पूरा राज्य लूटा जा रहा है और मंत्रियों को शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए।”
डिप्टी सीएम अजित पवार ने सोशल मीडिया पर दी सफाई
सोलापूर जिल्ह्यातील पोलीस अधिकाऱ्यांसोबतच्या संवादाच्या संदर्भात काही व्हिडिओ समाजमाध्यमांवर प्रसारित होत आहेत. मी स्पष्टपणे सांगू इच्छितो की, माझा उद्देश कायद्याच्या अंमलबजावणीमध्ये हस्तक्षेप करण्याचा नव्हता, तर त्या ठिकाणी परिस्थिती शांत रहावी आणि ती अधिक बिघडू नये याची काळजी…
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) September 5, 2025
आगे क्या होगा ?
यह विवाद महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन गया है। सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो को लेकर तीखी बहस कर रहे हैं। अजित पवार की सफाई और विपक्ष के हमलों के बीच यह मामला आने वाले दिनों में और गर्मा सकता है।
