Narmada Parikrama: प्रह्लाद सिंह पटेल ने PM मोदी को भेंट की ‘परिक्रमा-कृपासार’ पुस्तक और 108 नदियों का पवित्र जल

Narmada Parikrama: प्रह्लाद सिंह पटेल ने पीएम मोदी को भेंट की ‘परिक्रमा-कृपासार’ पुस्तक और 108 नदियों का पवित्र जल
नई दिल्ली: वरिष्ठ भाजपा नेता और मध्य प्रदेश सरकार में श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने सोमवार, 13 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सौजन्य भेंट की।
इस दौरान पटेल ने प्रधानमंत्री को अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक साधना का प्रतीक- ‘परिक्रमा-कृपासार’ पुस्तक भेंट की, जो मां नर्मदा परिक्रमा के अनुभवों और भावनाओं पर आधारित है। इसके साथ ही उन्होंने 108 नदियों के उद्गम स्थलों से संकलित पवित्र जल का संग्रह भी एक विशेष अखरोट के डिब्बे में भेंट किया।
मंत्री पटेल ने बताया कि यह ग्रंथ उनके दो वर्षों के गहन श्रम और साधना का परिणाम है। उन्होंने दो बार नर्मदा परिक्रमा की है और उन्हीं अनुभवों को इस पुस्तक में संजोया है। उन्होंने कहा, “परिक्रमा-कृपासार’ केवल एक पुस्तक नहीं, बल्कि मातृ नर्मदा और भारत की जलसंस्कृति के प्रति श्रद्धा का साकार रूप है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने पटेल के इस आध्यात्मिक प्रयास की प्रशंसा की और उनके समर्पण को प्रेरणादायक बताया। भेंट के दौरान पटेल ने प्रधानमंत्री को अंगवस्त्र और पुष्प देकर स्वागत किया और पुस्तक की भावना एवं उद्देश्य साझा किए।
इससे पहले, इस पुस्तक का विमोचन 14 सितंबर 2025 (हिंदी दिवस) को इंदौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने किया था। अब प्रधानमंत्री को भेंट किए जाने से इस ग्रंथ को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिली है।
आज प्रातः प्रधानमंत्री निवास पर मा प्रधानमंत्री @narendramodi जी से भेंट कर अंगवस्त्र और पुष्प देकर स्वागत किया ।मेरी पुस्तक “परिक्रमा कृपासार एवं १०८ नदियों के उद्गम का जल अखरोट के डिब्बे में जानकारी सहित भेंट किया ।यह मेरे गत दो वर्षों का प्रयास है ।समय देने एवं सहृदयता के लिए… pic.twitter.com/LpM3gZFPbJ
— Prahlad Singh Patel ( वृक्ष से जल, जल से जीवन) (@prahladspatel) October 13, 2025
पटेल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा
“प्रधानमंत्री से भेंट कर ‘परिक्रमा-कृपासार’ और 108 नदियों के जल का संग्रह भेंट किया। यह मेरे दो वर्षों की तपस्या है। प्रधानमंत्री के स्नेह और समय के लिए आभार। यह मुलाकात सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि श्रद्धा, संस्कृति और समर्पण की भावनाओं से ओतप्रोत एक आध्यात्मिक संगम बन गई।”
मंत्री प्रहलाद पटेल ने बताया कि उनकी दूसरी पुस्तक भी शीघ्र प्रकाशित होगी, जो नर्मदा परिक्रमा से जुड़े अन्य प्रसंगों पर आधारित है।
