ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग ट्रस्ट विवाद खत्म, कोर्ट ने राव पुष्पेंद्र सिंह को प्रबंध ट्रस्टी घोषित किया

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग ट्रस्ट विवाद खत्म, कोर्ट ने राव पुष्पेंद्र सिंह को प्रबंध ट्रस्टी घोषित किया
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ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के पूर्व प्रबंध ट्रस्टी राव देवेंद्र सिंह के निधन के बाद यह पद खाली हुआ था। वे करीब 35 वर्षों तक मंदिर के प्रबंध ट्रस्टी रहे और अपने कार्यकाल में मंदिर संचालन की कई व्यवस्थाओं को मजबूत किया।

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के प्रबंध ट्रस्टी पद को लेकर पिछले कई महीनों से चल रहा पारिवारिक विवाद आखिरकार समाप्त हो गया है। माननीय न्यायालय खंडवा ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए राव पुष्पेंद्र सिंह के पक्ष में निर्णय दिया और उन्हें ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट का प्रबंध ट्रस्टी घोषित कर दिया। यह फैसला लंबे इंतजार और सुनवाई के बाद सामने आया, जिसके बाद पूरे ओंकारेश्वर क्षेत्र में उत्साह का माहौल बन गया।

ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के पूर्व प्रबंध ट्रस्टी राव देवेंद्र सिंह के निधन के बाद यह पद खाली हुआ था। वे करीब 35 वर्षों तक मंदिर के प्रबंध ट्रस्टी रहे और अपने कार्यकाल में मंदिर संचालन की कई व्यवस्थाओं को मजबूत किया। उनके निधन के बाद परिवार के अन्य सदस्यों ने प्रबंध ट्रस्टी पद को लेकर न्यायालय में दावे पेश किए थे।

ट्रस्ट के संविधान के अनुसार, जो व्यक्ति राजगद्दी पर आसीन होता है, वही ओंकारेश्वर श्रीजी मंदिर ट्रस्ट का प्रबंध ट्रस्टी माना जाता है। इसके साथ ही प्रबंधक ट्रस्टी को एक ट्रस्टी नियुक्त करने का अधिकार भी प्राप्त है।

फिलहाल ट्रस्ट में कुल 7 सदस्य शामिल हैं-

राजपरिवार का प्रबंध ट्रस्टी (राव पुष्पेंद्र सिंह)

कलेक्टर खंडवा

पुनासा एसडीएम

सीईओ जिला पंचायत खंडवा

सीईओ जनपद पंचायत पुनासा

ओंकारेश्वर नगर परिषद अध्यक्ष (5 वर्ष के लिए)

फैसले के बाद जब राव पुष्पेंद्र सिंह ओंकारेश्वर पहुंचे, तो नगरवासियों और ट्रस्ट सदस्यों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। एक भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई, जिसमें उन्होंने अपने पूर्वजों की छतरी पर माथा टेककर गणपति बप्पा और बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए।

पत्रकारों से चर्चा में राव पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि मंदिर की छवि और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए बड़े कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की सभी वित्तीय गतिविधियों को ऑनलाइन सिस्टम से संचालित किया जाएगा, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। कर्मचारियों को नियमों का पालन करने और श्रद्धालुओं से शालीन व्यवहार करने के निर्देश भी दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं देने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। उधर, पंडा संघ ने भी कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि वे राव साहब के सभी सकारात्मक निर्णयों के साथ खड़े हैं।

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