Bhopal: दिव्यांग बच्चे के डाइपर में पेशाब करने पर स्कूल से बाहर निकाला, कलेक्टर-डीईओ को जांच के निर्देश 

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मानवाधिकार आयोग मध्यप्रदेश।
Bhopal: मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग के सदस्य राजीव कुमार टंडन ने भोपाल के एक निजी स्कूल में दिव्यांग बच्चे के डाइपर में पेशाब करने पर स्कूल से बाहर निकालने के मामले में संज्ञान लिया है।

Bhopal: मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग के सदस्य राजीव कुमार टंडन ने भोपाल के एक निजी स्कूल में दिव्यांग बच्चे के डाइपर में पेशाब करने पर स्कूल से बाहर निकालने के मामले में संज्ञान लिया है। आयोग के संज्ञान में आया है कि निजी स्कूल की इस हरकत के बाद बच्चे के परिजन दोबारा एडमिशन दिलाने के लिए परेशान हो रहे हैं। मामले में आयोग ने कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही की गई कार्यवाही की रिपोर्ट भी तलब की है। 

क्या है पूरा मामला
आयोग के संज्ञान में आया है कि, भोपाल शहर में एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले एक दिव्यांग बच्चे द्वारा डाइपर में पेशाब करने पर स्कूल प्रबंधन ने बच्चे को स्कूल से बाहर निकाल दिया। मामले का खुलासा जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान दिव्यांग बच्चे के पिता द्वारा शिकायत करने के बाद हुआ है।

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बच्चे के पिता ने शिकायत में बताया कि बेटे की बॉडी का मूवमेंट और पॉश्चर ठीक नहीं रहता है। उन्होंने उसका एडमिशन शिवाजी नगर के एक निजी स्कूल में करवाया था, जहां विगत 29 जनवरी को दिव्यांग बेटे ने स्कूल में डाइपर में बाथरूम कर दिया था, जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने उसे स्कूल से बाहर निकाल दिया और कई बार निवेदन के बाद भी बच्चे का एडमिशन नहीं किया जा रहा है। स्कूल में एडमिशन नहीं होने के कारण दिव्यांग बच्चा शिक्षा के मौलिक अधिकार/मानव अधिकार से वंचित रह रहा है।

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