नरसिंहपुर: प्रभारी मंत्री की पत्रकार वार्ता से पत्रकारों ने बनाई दूरी, भावान्तर योजना की चर्चा रही फीकी

Narsinghpur: Journalists boycotted the press conference of Minister-in-Charge Govind Singh Rajput.
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नरसिंहपुर: प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की पत्रकार वार्ता पत्रकारों ने किया वहिष्कार।

नरसिंहपुर में प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की पत्रकार वार्ता में पत्रकारों ने हिस्सा नहीं लिया। समय पर न पहुंचने और उपेक्षा से नाराज़ पत्रकारों ने रोष जताया।

गणेश प्रजापति, संवाददाता हरिभूमि। नरसिंहपुर नरसिंहपुर जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को आयोजित प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की पत्रकार वार्ता में जिले के अधिकांश पत्रकारों ने हिस्सा नहीं लिया। पत्रकारों में नाराज़गी इस बात को लेकर थी कि मंत्री को दो साल बाद पत्रकारों की याद आई। इस वार्ता का आयोजन मध्यप्रदेश सरकार की भावान्तर योजना को लेकर किया गया था, लेकिन पत्रकारों की अनुपस्थिति ने इसकी चर्चा को फीका कर दिया।

जानकारी के अनुसार, पत्रकार वार्ता का समय शाम 4:30 से 5:30 बजे निर्धारित था, लेकिन 5:50 बजे तक भी मंत्री पत्रकारों से रूबरू नहीं हुए। इस देरी से नाराज पत्रकारों ने एकमत होकर कलेक्ट्रेट परिसर से बाहर निकलकर रोष व्यक्त किया। उन्होंने मंत्री की उपेक्षा और समय प्रबंधन की कमी पर असंतोष जताया।

पत्रकारों का कहना था कि सरकार और मंत्रियों को केवल तभी मीडिया की याद आती है, जब उनकी अपनी ज़रूरत होती है। अन्यथा, पत्रकारों की समस्याओं और मुद्दों को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया जाता है।

पत्रकारों ने यह भी बताया कि उनकी कई समस्याएं, जैसे मान्यता, सुविधाएं और सुरक्षा से जुड़े मुद्दे, लंबे समय से अनसुने हैं। इस उपेक्षा के चलते पत्रकारों ने इस वार्ता से दूरी बनाना उचित समझा। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पत्रकारों के बीच संवाद की कमी को उजागर किया।

यह पहला मौका नहीं है जब पत्रकारों ने इस तरह का कदम उठाया हो। इससे पहले भी कई बार पत्रकारों ने अपनी उपेक्षा के खिलाफ आवाज उठाई है। इस घटना ने सरकार और मीडिया के बीच बेहतर तालमेल की जरूरत को रेखांकित किया है।

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