भोपाल-इंदौर में छाए बादल: रात का तापमान 5-6 डिग्री तक चढ़ा, दिसंबर में पड़ेगी कड़ाके की ठंड

mp में ठंड का कहर
मध्यप्रदेश में नवंबर खत्म होने से पहले ही कड़ाके की ठंड ने इस बार कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। प्रदेश में पिछले दो हफ्तों से लगातार पारा लुढ़क रहा है, हालांकि सप्ताह के अंतिम दिनों में हल्की राहत जरूर मिली है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले दो दिनों बाद फिर से ठंड का असर बढ़ने वाला है।
फिलहाल भोपाल, इंदौर, उज्जैन सहित कई शहरों में हल्के बादलों की मौजूदगी से तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा के मुताबिक, प्रदेश में बादल तो हैं, लेकिन बारिश की संभावना नहीं है। बंगाल की खाड़ी में एक्टिव लो-प्रेशर एरिया के कारण हल्का बादल छाया हुआ है, जिससे दिन में हल्की ठंडक और रात में तापमान में 5–6 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
बीते 24 घंटों में भोपाल का पारा 15.4 डिग्री, इंदौर का 16.8 डिग्री और ग्वालियर का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास रहा। वहीं नौगांव, रीवा, दतिया और खजुराहो में पारा 10 डिग्री से भी नीचे रिकॉर्ड किया गया। नौगांव सबसे ठंडा रहा जहाँ न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज हुआ।
इस बार नवंबर में ही मध्यप्रदेश ने कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। भोपाल में 84 साल बाद इतनी ज्यादा ठंड दर्ज हुई, वहीं इंदौर में 25 साल का रिकॉर्ड टूट गया। 6 नवंबर से शुरू हुई शीतलहर ने लगतार 15 दिनों तक प्रदेश को जमाए रखा। रिकॉर्ड के अनुसार 1931 के बाद इतने ज्यादा दिनों तक शीतलहर चलने का यह पहला मौका है।
हालांकि पिछले चार दिनों से उत्तरी हवाएं प्रदेश में नहीं आ रहीं, इसलिए शीतलहर की स्थिति कम हुई है। लेकिन यह राहत ज्यादा दिन नहीं रहने वाली। मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर के पहले सप्ताह में प्रदेश में ठंड फिर तेजी से बढ़ेगी और कड़ाके की ठिठुरन एक बार फिर लौट आएगी। कुल मिलाकर, नवंबर ने इस बार मध्यप्रदेश को दिसंबर जैसा एहसास करा दिया है। अब नजर आने वाले दिनों पर रहेगी कि ठंड का यह रफ्तार और कितनी तेज होती है।
