मौसम अपडेट (4 सितंबर 2025): मध्यप्रदेश में 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, नदियां-नाले उफान पर

MP Weather Alert, 4 September
MP Weather Alert, 4 September: मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश का स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव हो गया है। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते अगले तीन दिन पूरे प्रदेश में जोरदार बारिश देखने को मिलेगी। मौसम विभाग ने बुधवार देर रात से ही भोपाल और आसपास के इलाकों में बारिश शुरू होने की जानकारी दी है। कहीं तेज तो कहीं रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है।
26 जिलों में अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश के कुल 26 जिलों में बारिश का असर ज्यादा देखने को मिलेगा। इनमें से कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
- ऑरेंज अलर्ट (अति भारी बारिश): झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास और सीहोर।
- येलो अलर्ट (भारी बारिश): भोपाल, गुना, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन, इंदौर, रतलाम, धार, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट।
बाकी जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग का अनुमान
बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन और सक्रिय मानसून ट्रफ के चलते यह सिस्टम बना है। नदियों और नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है। निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनने की आशंका है।
प्रभावित जिलों की स्थिति
- हरदा: अजनाल, मटकुल, देदली, माचक और गंजाल नदियां उफान पर। 100 से ज्यादा गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा।
- भोपाल: बुधवार देर रात तक गरज-चमक के साथ तेज बारिश। कई इलाकों में जलभराव।
- श्योपुर: चूड़ी मार्केट डूब गया, दुकानों और सड़कों पर पानी भर गया।
- जबलपुर: बरगी डैम के 9 गेट खोले गए, पानी छोड़ा जा रहा है।
- ग्वालियर-शिवपुरी: अटल सागर, तिधरा और अन्य बांधों के गेट खोले गए।
बारिश का असर
- सड़कों और पुलों पर पानी भरने से आवागमन प्रभावित।
- गांवों का संपर्क टूटा, एंबुलेंस और बसें भी जोखिम उठाकर गुजर रही हैं।
- कई जिलों में खेतों में पानी भरने से किसानों को नुकसान का खतरा।
- शहडोल में मकान ढहने की घटना, परिवार बाल-बाल बचा।
लोगों को दी गई सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को अलर्ट किया है कि अति भारी बारिश वाले जिलों में नदी-नालों और पुलों के आसपास जाने से बचें। खेतों और निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका है। वहीं, शहरों में ट्रैफिक और बिजली सप्लाई पर भी असर पड़ सकता है।
बारिश या बाढ़ के समय क्या करें?
- मौसम विभाग के अलर्ट और लोकल प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
- मोबाइल में चार्जिंग पूरी रखें और जरूरत पड़ने पर पावर बैंक साथ रखें।
- घर से बाहर निकलते समय रेनकोट/छाता जरूर रखें।
- अगर सड़क पर पानी भरा हो तो सुरक्षित रास्ता चुनें।
- बाढ़ जैसी स्थिति में ऊंचे स्थान पर शरण लें।
बारिश या बाढ़ के समय क्या न करें?
- पानी से भरी नालियों या पुलों को पार करने की कोशिश न करें।
- बिजली के पोल, तार या ट्रांसफॉर्मर के पास जाने से बचें।
- अफवाहों पर ध्यान न दें, सिर्फ आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।
- बच्चों और बुजुर्गों को अकेले बाहर न भेजें।
- जलभराव वाली सड़कों पर गाड़ी तेज न चलाएं।
