पुलिस भर्ती परीक्षा: फर्जीवाड़े के बाद PHQ ने बदले नियम, अब अभ्यर्थियों का आधार बायोमैट्रिक सत्यापन अनिवार्य

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MP Police Bharti: फर्जीवाड़े के बाद PHQ ने बदले नियम, अब आधार बायोमैट्रिक सत्यापन अनिवार्य 

MP Police Bharti: मध्यप्रदेश आरक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद अब आधार बायोमैट्रिक सत्यापन अनिवार्य होगा। PHQ ने UIDAI के साथ की बैठक।

MP Police Bharti News Rule: मध्यप्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद नियमों में बदलाव किया गया है। पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए आधार बायोमैट्रिक सत्यापन अनिवार्य किया है। अब सभी पुलिस भर्ती परीक्षाओं में चयन से पहले आधार बायोमैट्रिक सत्यापन अनिवार्य होगा।

फर्जीवाड़े का खुलासा: सॉल्वर ने दी परीक्षा
मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों की जगह सॉल्वर द्वारा परीक्षा दिए जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। हाल ही में भी एक केस सामने आया है। जांच में पता चला कि कुछ उम्मीदवारों ने अपने आधार कार्ड में बायोमैट्रिक अपडेट कराकर सॉल्वर को परीक्षा में बैठाया है। अब तक ऐसे 31 फर्जी अभ्यर्थी पकड़े जा चुके हैं। इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज हैं।

कैसे सामने आया फर्जीवाड़ा?
आधार बायोमैट्रिक सत्यापन भर्ती प्रक्रिया में अनिवार्य नहीं है, लेकिन कुछ अभ्यर्थियों पर संदेह हुआ तो उनकी सहमति से आधार अपडेट हिस्ट्री खंगाली गई। आधार में बार-बार बायोमैट्रिक बदलने की जानकारी मिलते ही पूछताछ की गई। जिसमें उन्होंने साल्वर के बैठने की बात स्वीकार की।

अभ्यर्थियों के आधार की जांच जरूरी
PHQ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आगामी सभी भर्ती परीक्षाओं में चयन प्रक्रिया के दौरान आधार बायोमैट्रिक का सत्यापन अनिवार्य रूप से कराया जाएगा। अभ्यर्थियों की सहमति से UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के डेटा के माध्यम से पता लगाया जाएगा कि उन्होंने अपने आधार में कितनी बार बायोमैट्रिक अपडेट कराया है।

UIDAI के साथ बनाई रणनीति
फर्जीवाड़े की इन घटनाओं के बाद PHQ और UIDAI अधिकारियों के बीच उच्चस्तरीय बैठक हुई। जिसमें उन तकनीकी कमजोरियों पर चर्चा की गई, जिनकी मदद से अभ्यर्थी फर्जीवाड़े को अंजाम देते हैं। सभी खामियों को दूर कर भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता कायम की जाएगी।

PHQ की प्राथमिकता
पुलिस मुख्यालय ने यह भी स्पष्ट किया कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता, प्रामाणिकता और सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। नए नियमों के बाद अब कोई भी अभ्यर्थी जाली दस्तावेज या दूसरे व्यक्ति को परीक्षा में बैठाने की गलती नहीं कर पाएगा।

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