नशे से दूरी है जरूरी: मंडीदीप में नशामुक्ति की दौड़; पुलिस की मैराथन में गूंजा-'नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो

मंडीदीप पुलिस की नशामुक्ति मैराथन में दौड़े हजारों युवा और पुलिसकर्मी।
Mandideep De-addiction Marathon: मध्यप्रदेश पुलिस समाज को नशा और अपराध मुक्त बनाने के लिए जागरुकता अभियान चला रही है। पुलिस का 'नशे से दूरी है जरूरी' अभियान 30 जुलाई तक चलेगा। अभियान के तहत मंडीदीप पुलिस ने रविवार (27 जुलाई) को मैराथन दौड़ का आयोजन किया। मैराथन में छात्र-छात्राओं, युवा, जनप्रतिनिधि और पुलिसकर्मियों ने भाग लिया। एक साथ हजारों लोगों ने सड़क पर दौड़ लगाकर नशामुक्ति का संदेश दिया। रायसेन पुलिस अधीक्षक पंकज पांडेय ने सभी को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई।
मध्यप्रदेश पुलिस का 'नशे से दूरी है जरूरी' अभियान: मंडीदीप पुलिस ने मैराथन दौड़ का आयोजन किया। मैराथन में छात्र-छात्राओं, युवा, जनप्रतिनिधि और पुलिसकर्मियों ने भाग लिया। एक साथ हजारों लोगों ने सड़क पर दौड़ लगाकर नशामुक्ति का संदेश दिया। pic.twitter.com/W2z4wvszCm
— Raju Sharma (@RajuSha98211687) July 27, 2025
SP बोले-हमें मिलकर नशे को जड़ से मिटाना है
SP पंकज पांडेय ने नशे से दूर रहने की शपथ दिलाते हुए कहा-नशा केवल व्यक्ति नहीं, पूरे समाज को खोखला करता है। हमें मिलकर नशे को जड़ से मिटाना है। पंकज ने कहा-हमें खुद भी नशे से दूर रहना है और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना है। युवा अपने भीतर के आत्मबल को पहचानें, खेलों में भाग लें, रचनात्मक गतिविधियों से जुड़ें और नशे जैसी बुराइयों से खुद को और समाज को बचाएं। अंत में SP पंकज ने कहा-अपने सपनों का नशा इतना बड़ा करो कि कोई और नशा तुम्हें छू भी न सके।
SP पंकज पांडेय ने नशे से दूर रहने की दिलाई शपथ

नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो: SDOP शीला
अब्दुल्लागंज SDOP शीला सुराणा ने कहा कि पुलिस का उद्देश्य न सिर्फ नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ना है, बल्कि युवाओं को जीवन में सकारात्मक दिशा देना भी है। मैराथन से हमने युवाओं और लोगों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया है। समाज को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया है। SDOP शीला ने कहा कि नशा धीरे-धीरे व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से खोखला करता है। नशा केवल करने वाले को नहीं, बल्कि उसके पूरे परिवार को कष्ट देता है। घर की खुशियां टूट जाती हैं, रिश्ते बिखर जाते हैं। कई बार तो जीवन ही समाप्त हो जाता है। SDOP ने आखिरी में कहा-नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो।
नशे के खिलाफ युवाओं और लोगों ने लगाई दौड़

'नशा खुद एक समस्या है': टीआई रंजीत
मंडीदीप टीआई रंजीत सराठे ने कहा- नशे के विरुद्ध जन-जागरुकता अभियान में गैर-सरकारी संगठन (NGO), समाजसेवी, जनप्रतिनिधि और सभी समुदायों के लोग बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। मध्यप्रदेश पुलिस गली-गली में जाकर आम जनता से संवाद कर नशे से दूरी बनाने का संदेश दे रही है। रंजीत ने कहा कि युवाओं को समझना होगा कि नशा कोई समाधान नहीं, बल्कि खुद एक समस्या है। तनाव हो, दुख हो या अकेलापन इसका इलाज नशे में नहीं, बल्कि अपनों के साथ, सकारात्मक सोच में और आत्मविश्वास में है।
CM मोहन का उद्देश्य नशामुक्त रहे मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश को नशामुक्त बनाना चाहते हैं। CM के नेतृत्व में 'नशे से दूरी है जरूरी' अभियान 15 से शुरू हुआ। 30 जुलाई 2025 तक प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस मुख्यालय में अभियान चल रहा है। अभियान का उद्देश्य किशोरों और युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराना, उन्हें इस लत से दूर रखना और जो लोग पहले से नशे की गिरफ्त में हैं, उन्हें उचित परामर्श और सहयोग प्रदान कर पुनर्वास की दिशा में मार्गदर्शन देना है। पुलिस रैलियां, नुक्कड़ नाटक, स्कूलों में जागरूकता सत्र और सामुदायिक कार्यक्रमों के जरिए लोगों को नशे से दूर रहने का संदेश दे रही है।
