MP में इस बार मानसून की हैप्पी एंडिंग: 10 साल में तीसरी बार सबसे ज्यादा बरसे बादल, गुना-श्योपुर बने बारिश के बादशाह

10 साल में तीसरी बार सबसे ज्यादा बरसे बादल, गुना-श्योपुर बने बारिश के बादशाह
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मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक दक्षिणी जिलों में हल्की बूंदाबांदी का पूर्वानुमान दिया है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि कुछ इलाकों में बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन तेज बारिश की संभावना नहीं है।

मध्यप्रदेश में इस बार मानसून की शानदार एंडिंग हुई है। कुल 3 महीने 28 दिन तक झमाझम बारिश का सिलसिला चला और आंकड़ों के मुताबिक पिछले 10 साल में तीसरी बार सबसे ज्यादा पानी गिरा। पूरे सीजन में प्रदेश में औसत से 15 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने पहले 106% अनुमान जताया था, लेकिन बारिश ने उम्मीदों से भी बढ़कर प्रदर्शन किया। इस बार का “बारिश का हीरो जिला” गुना रहा, जहां पूरे सीजन में 65.7 इंच पानी गिरा। वहीं श्योपुर ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए 216% बारिश के साथ पूरे प्रदेश में टॉप किया।

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, इस बार की बरसात से पेयजल, सिंचाई और भूजल स्तर तीनों में ही सुधार देखने को मिलेगा। तालाब, नदियां और बांध भर चुके हैं, जिससे किसानों और ग्रामीण इलाकों को बड़ा फायदा होगा।

कहां कितनी बारिश हुई

ग्वालियर-चंबल संभाग में इस बार बादलों ने दिल खोलकर बरसात की। ग्वालियर, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, भिंड और मुरैना जिलों में औसत से कहीं ज्यादा बारिश हुई। वहीं श्योपुर ने पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रतिशत बारिश का रिकॉर्ड बनाया।

दूसरी ओर, कुछ जिले जैसे शाजापुर, उज्जैन, सीहोर और बैतूल बारिश के कोटे को पूरा नहीं कर पाए। इनमें से शाजापुर सबसे पिछड़ा रहा, जहां सिर्फ 81% बारिश दर्ज हुई।

पूर्वी से पश्चिमी हिस्से तक बारिश की यात्रा

इस साल मानसून ने 16 जून को प्रदेश में एंट्री की थी। शुरुआत में पूर्वी मध्यप्रदेश (जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल) हिस्से में जोरदार बारिश हुई, लेकिन सितंबर के महीने में पश्चिमी संभागों भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल ने बाजी मार ली। नतीजा ये रहा कि पूर्वी एमपी में 17% और पश्चिमी एमपी में 25% ज्यादा पानी गिरा।

इंदौर की बारिश पर भी बदल गया मौसम का मूड

शुरुआत में इंदौर संभाग की स्थिति खराब थी। कई बार ऐसा लगा कि यहां सामान्य बारिश भी नहीं होगी, लेकिन सितंबर की भारी बारिश ने हालात पलट दिए। अब इंदौर समेत बड़वानी, खरगोन और खंडवा का बारिश रिकॉर्ड सामान्य से बेहतर हो चुका है।

सबसे कम और सबसे ज्यादा बारिश वाले जिले

  1. सबसे ज्यादा बारिश: गुना (65.7 इंच)
  2. सबसे ज्यादा प्रतिशत: श्योपुर (216%)
  3. सबसे कम बारिश: शाजापुर (28.9 इंच – 81%)

आने वाले दिनों का मौसम

मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक दक्षिणी जिलों में हल्की बूंदाबांदी का पूर्वानुमान दिया है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि कुछ इलाकों में बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन तेज बारिश की संभावना नहीं है।

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