MP News: मध्यप्रदेश के 20 होम्योपैथिक कॉलेजों को 2025-26 के लिए मिली मान्यता, 1812 यूजी सीटें स्वीकृत

The Ministry of AYUSH has approved 20 homeopathic colleges of MP for BHMS UG seats for the 2025-26 session.
X

आयुष मंत्रालय ने MP के 20 होम्योपैथिक कॉलेजों को 2025-26 सत्र के लिए  BHMS यूजी सीटों की मान्यता दी।

आयुष मंत्रालय ने MP के 20 होम्योपैथिक कॉलेजों को 2025-26 सत्र के लिए बीएचएमएस यूजी सीटों की मान्यता दी। जानें कितनी सीटें मिलीं।

भोपाल: आयुष मंत्रालय, भारत सरकार ने मध्यप्रदेश के 20 होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों को शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए स्नातक (यूजी) पाठ्यक्रमों की मान्यता प्रदान की है। नेशनल कमीशन फॉर होम्योपैथी (एनसीएच) द्वारा जारी सूची के अनुसार, इन कॉलेजों को कुल 1812 बीएचएमएस यूजी सीटों के लिए स्वीकृति मिली है।

मान्यता प्राप्त कॉलेज और सीटों का विवरण

  • शासकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, भोपाल: 125 बीएचएमएस सीटें
  • आरकेडीएफ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, भोपाल: 100 सीटें
  • रामकृष्ण होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज: 100 सीटें
  • स्कूल ऑफ आयुर्वेद, सीहोर: 100 सीटें
  • आरएन कपूर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, इंदौर: 100 सीटें
  • अनुश्री होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, जबलपुर: 100 सीटें
  • इसके अतिरिक्त, भोपाल, ग्वालियर, रतलाम, जबलपुर, देवास, सेंधवा, इंदौर, बालाघाट, धार सहित अन्य स्थानों पर स्थित होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों को भी मान्यता दी गई है।

एनसीएच के मानदंड और काउंसलिंग प्रक्रिया

आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. राकेश पाण्डेय ने बताया कि एनसीएच द्वारा मान्यता शिक्षण स्टाफ, गैर-शिक्षण स्टाफ और अस्पताल स्टाफ के मापदंडों के आधार पर प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि नीट यूजी काउंसलिंग शुरू होने से पहले कुछ और होम्योपैथिक कॉलेजों को मान्यता मिलने की संभावना है।

आगामी आयुष नीट यूजी राज्य और सेंट्रल काउंसलिंग 2025-26 जल्द शुरू होगी, जिसमें ये मान्यता प्राप्त कॉलेज शामिल होंगे। प्रवेश प्रक्रिया नीट यूजी के आधार पर ही होगी, जिससे छात्रों को पारदर्शी और योग्यता आधारित प्रवेश का अवसर मिलेगा।

मध्यप्रदेश में होम्योपैथी शिक्षा को बढ़ावा

यह मान्यता मध्यप्रदेश में होम्योपैथी शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण मिलेगा, जो उन्हें भविष्य में होम्योपैथिक चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान देने के लिए तैयार करेगा।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story