कार्बाइड पाइप गन पर प्रतिबंध: भोपाल में एक पर FIR, 300 से ज्यादा लोगों की गई रोशनी

भोपाल में एक पर FIR, 300 से ज्यादा लोगों की गई रोशनी
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कलेक्टर ने बताया कि दिवाली के बाद देवउठनी एकादशी पर भी कार्बाइड गन की बिक्री होती है, इसलिए यह बैन अब आगे भी जारी रहेगा।

MP News: मध्यप्रदेश में दिवाली के दौरान कार्बाइड पाइप गन (देसी पटाखा गन) ने कहर बरपा दिया है। भोपाल, ग्वालियर, इंदौर और विदिशा समेत कई जिलों में 300 से ज्यादा लोगों की आंखें झुलसने या रोशनी प्रभावित होने के मामले सामने आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा बच्चे (7 से 14 साल तक की उम्र वाले) शिकार बने हैं।

मामले के बढ़ने के बाद अब भोपाल जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। एडीएम प्रकाश नायक ने गुरुवार रात आदेश जारी कर कार्बाइड पाइप गन की बिक्री, खरीद और स्टॉक पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर अब एफआईआर दर्ज की जाएगी।

जांच शुरू, दुकानों पर पहुंचे अधिकारी

प्रशासन ने पटाखा दुकानों की जांच की जिम्मेदारी एसडीएम को सौंपी है। अधिकारी अब रिटेल और थोक दुकानों पर छानबीन कर रहे हैं ताकि कोई भी व्यापारी इस प्रतिबंध का उल्लंघन न कर सके। हालांकि सवाल यह भी उठ रहा है कि दिवाली से पहले कार्रवाई क्यों नहीं की गई, क्योंकि त्योहार के दौरान गन की खुलेआम बिक्री हुई और सैकड़ों लोगों की आंखें खतरे में पड़ गईं।

भोपाल और ग्वालियर में केस दर्ज

भोपाल के एहसान नगर निवासी मोहम्मद ताहा के खिलाफ पुलिस ने कार्बाइड गन बेचने का केस दर्ज किया है। वहीं ग्वालियर में भी एक युवक शाहिद अली को कार्बाइड गन बेचते पकड़ा गया है। दोनों मामलों में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

आंखों के इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम सक्रिय

भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में अब तक 36 मरीजों का इलाज चल रहा है। 15 मरीजों की सर्जरी की जा चुकी है, जबकि दो बच्चों की आंखों में डॉक्टरों ने एमनियोटिक मेम्ब्रेन (झिल्ली) लगाई है, यह वही झिल्ली होती है जो प्रसव के दौरान गर्भ से निकलती है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह गुरुवार देर रात हमीदिया अस्पताल पहुंचे और मरीजों से मुलाकात की। उन्होंने सभी को हरसंभव मदद का भरोसा दिया।

घायलों को 5-5 हजार रुपए की मदद

अस्पताल में मौजूद मरीजों के परिजनों ने बताया कि कलेक्टर की ओर से रेड क्रॉस सोसाइटी के जरिए 5-5 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी गई है। प्रशासन ने बताया कि यह सहायता मुख्यमंत्री के निर्देश पर दी जा रही है।

आगे भी रहेगा बैन

कलेक्टर ने बताया कि दिवाली के बाद देवउठनी एकादशी पर भी कार्बाइड गन की बिक्री होती है, इसलिए यह बैन अब आगे भी जारी रहेगा। अब सभी एसडीएम को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी दुकान में कार्बाइड गन मिलते ही जब्ती और एफआईआर की कार्रवाई करें।

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