MP BJP का बड़ा फैसला: 1 दिसंबर से पार्टी कार्यालय में रोज बैठेंगे 2 मंत्री, कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और सुनेंगे समस्याएं

MP BJP की नई व्यवस्था लागू: रोज दो मंत्री करेंगे पार्टी कार्यालय से कार्यकर्ताओं की सुनवाई
भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा संगठन ने सत्ता और संगठन के बीच दूरी कम करने के लिए आज (सोमवार) से एक नई व्यवस्था लागू की गई है। इसके तहत रोजाना दो मंत्री दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठकर पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधी मुलाकात करेंगे। यह निर्णय आज से प्रभावी हो चुका है और पहले ही दिन इसका क्रियान्वयन शुरू भी हो गया है।
पहले दिन उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा पार्टी कार्यालय में मौजूद रहे और कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी। इसके साथ ही समुचित समाधान के निर्देश भी दिए। उनके साथ मंत्री गौतम टेटवाल को भी आज की ड्यूटी में शामिल किया गया है। आने वाले दिनों में अलग-अलग मंत्रियों की रोजाना उपस्थिति तय की गई है।
पार्टी हाईकमान को यह फीडबैक मिल रहा था कि सरकार में बैठे मंत्री और जमीनी कार्यकर्ताओं के बीच संवाद पहले जैसा सहज नहीं रहा। कई कार्यकर्ताओं को शिकायत थी कि मंत्री बनने के बाद नेता उनसे दूर हो जाते हैं और उनकी समस्याएं सीधे मंत्री स्तर तक नहीं पहुंच पातीं। इसी स्थिति को सुधारने के लिए भाजपा ने यह सीधा संवाद मॉडल लागू किया है।
नई व्यवस्था का उद्देश्य स्पष्ट है कि कार्यकर्ताओं की शिकायतें, सुझाव और स्थानीय मुद्दे बिना किसी बिचौलिए या देरी के सीधे मंत्री तक पहुंचें। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि मंत्री भी जमीन पर हो रहे वास्तविक काम और चुनौतियों को बेहतर समझ सकेंगे।
भाजपा संगठन मानता है कि यह बदलाव कार्यकर्ताओं में भरोसा बढ़ाएगा, क्योंकि वे अब अपनी बात सीधे सरकार के शीर्ष स्तर तक रख सकेंगे। इससे संगठनात्मक मजबूती भी बढ़ेगी और कार्यकर्ता खुद को सरकार से और अधिक जुड़ा हुआ महसूस करेंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम भाजपा के अंदर संवाद, समन्वय और सक्रियता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। नियमित मंत्री बैठकों से न केवल कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ेगा, बल्कि समस्याओं के समाधान की गति भी तेज होगी।
आज से लागू हुई यह व्यवस्था आने वाले दिनों में भाजपा के संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करेगी और सत्ता व संगठन के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।
