न हार मानी, न थकी: डोमिनोज में की जॉब, अब ट्राइडेंट से मेमवती को मिला ₹9 लाख का पैकेज; पढ़िए प्रेरणादायक कहानी

sucess story Memwati
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देश की प्रतिष्ठित कंपनी ट्राइडेंट ग्रुप में ₹9 लाख सालाना पैकेज पर चयन हुआ।

sucess story: मध्यप्रदेश सिवनी जिले की एक साधारण बेटी मेमवती उइके ने कभी सोचा भी नहीं था कि उसकी मेहनत की कहानी पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बनेगी। आर्थिक हालात चुनौतीपूर्ण थे, परिवार की जिम्मेदारियां कंधों पर थीं, और संसाधन बेहद सीमित था। लेकिन इन सबके बावजूद मेमवती के अंदर कुछ खास करने को था। सपनों को साकार करने की ललक थी। इसी ललक को जगाए हुए मेमवती एसएसआर ग्लोबल स्किल्स पार्क आईं, यहां एडमिशन लिया।

जीवन की एक नई शुरुआत

भोपाल स्थित एसएसआर ग्लोबल स्किल्स पार्क ने मेमवती के सपनों को दिशा दी। यहां दाखिला लेते ही उन्होंने न केवल तकनीकी शिक्षा हासिल की, बल्कि खुद को पूरी तरह बदल डाला। पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने डोमिनोज़ में पार्ट-टाइम जॉब शुरू की, ताकि अपनी पढ़ाई का खर्च खुद उठा सकें। सुबह क्लासेस, रात को नौकरी – थकान थी, नींद कम थी, लेकिन हौसला बुलंद था।

नाकामियों से नहीं डरीं, सीखा और बढ़ीं

प्लेसमेंट ड्राइव में शुरुआती असफलताओं ने उन्हें थोड़ा हिलाया जरूर, लेकिन तोड़ा नहीं। जब-जब वे हारने लगीं, एसएसआर जीएसपी की टीम उनके साथ चट्टान बनकर खड़ी रही। प्रशिक्षकों और मेंटर्स ने उन्हें हर बार फिर से उठाया, समझाया और संबल दिया।

ट्राइडेंट ग्रुप में 9 लाख का पैकेज

फिर आया वो दिन, जब उनकी मेहनत रंग लाई। देश की प्रतिष्ठित कंपनी ट्राइडेंट ग्रुप में ₹9 लाख सालाना पैकेज पर चयन हुआ। यह सिर्फ एक नौकरी नहीं, मेमवती के लिए सम्मान और आत्मविश्वास की वापसी थी।

"यह मेरी नहीं, हम सबकी जीत है"

भावुक मेमवती कहती हैं, “एसएसआर जीएसपी मेरे लिए सिर्फ एक ट्रेनिंग सेंटर नहीं, मेरी रीढ़ है। यहाँ की फैकल्टी ने हर उस वक्त मेरा हाथ थामा जब मुझे खुद पर शक हुआ। यह सफलता मेरी नहीं, हम सबकी है।”

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