भोपाल: हमीदिया अस्पताल का नाम बदलेगा? मंत्री शिवाजी की मांग पर सियासी घमासान

मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने हमीदिया अस्पताल का नाम बदलने की मांग की है।
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हमीदिया अस्पताल के नाम को लेकर सियासी विवाद तेज हो गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर हमीदिया अस्पताल का नाम बदलने की मांग उठाई है। उन्होंने नवाब हमीदुल्लाह खान, जिनके नाम पर अस्पताल का नामकरण हुआ है, को "देशद्रोही" करार देते हुए कहा कि उनके नाम पर अस्पताल का नाम रखना उचित नहीं है।
मंत्री का बयान: "नवाब हमीदुल्लाह ने किया था भारत के विलय का विरोध"
नरेंद्र पटेल ने अपने बयान में कहा, "नवाब हमीदुल्लाह खान ने स्वतंत्रता के बाद भारत में भोपाल रियासत के विलय का विरोध किया था और पाकिस्तान या स्वतंत्र रियासत की वकालत की थी। ऐसे व्यक्ति के नाम पर अस्पताल का नाम होना राष्ट्रवाद के खिलाफ है।" उन्होंने मांग की कि अस्पताल का नाम किसी राष्ट्रभक्त के नाम पर रखा जाना चाहिए।
जिस नवाब ने भारत के लोगों पर गोलियाँ चलवाई थीं, ऐसा नवाब देशभक्त नहीं हो सकता... pic.twitter.com/1pgu59rkrg
— Narendra Shivaji Patel (@nsp2106) July 25, 2025
भोपाल नगर निगम ने भी दिया समर्थन
इस मुद्दे को भोपाल नगर निगम ने भी हवा दी है। हाल ही में हुई एक बैठक में भाजपा पार्षदों ने हमीदिया अस्पताल, कॉलेज, स्कूल और संबंधित सड़क का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित किया था। नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने कहा, "हमारे संस्थानों का नाम उन महापुरुषों के नाम पर होना चाहिए, जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया।
"विपक्ष ने बताया इतिहास से छेड़छाड़
विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मांग का कड़ा विरोध किया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह कदम इतिहास को मिटाने और राजनीतिक ध्रुवीकरण का प्रयास है। उन्होंने तर्क दिया कि अस्पताल का नाम बदलने का अधिकार केवल राज्य सरकार के पास है, न कि नगर निगम के। एक कांग्रेस नेता ने कहा, "यह केवल वोट बैंक की राजनीति है, जिसका मकसद समाज को बांटना है।
"कौन थे नवाब हमीदुल्लाह खान?
नवाब हमीदुल्लाह खान भोपाल रियासत के आखिरी शासक थे। भारत की स्वतंत्रता के बाद उन्होंने भोपाल को स्वतंत्र रियासत बनाए रखने या पाकिस्तान में शामिल होने की वकालत की थी। हालांकि, 1949 में भोपाल का भारत में विलय हो गया। उनके इस रुख को लेकर समय-समय पर विवाद उठता रहा है।
हमीदिया अस्पताल का महत्व
भोपाल का हमीदिया अस्पताल देश के प्रमुख सरकारी सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में से एक है। यह न केवल मध्यप्रदेश बल्कि आसपास के राज्यों के मरीजों के लिए भी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य केंद्र है। इसके नामकरण को लेकर उठा यह विवाद अब सियासी रंग ले चुका है और आने वाले दिनों में इस पर चर्चा और तेज होने की संभावना है।
आगे क्या?
हालांकि अभी तक राज्य सरकार ने इस मांग पर कोई आधिकारिक फैसला नहीं लिया है, लेकिन स्वास्थ्य राज्य मंत्री और नगर निगम के प्रस्ताव के बाद यह मामला और गर्माने की संभावना है। विपक्ष ने इसे जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया है, जबकि सत्ताधारी दल इसे राष्ट्रवाद से जोड़कर पेश कर रहा है।
