MP Weather: शिवपुरी, मुरैना सहित 12 जिलों में भारी बारिश अलर्ट; 3 Aug के बाद बदलेगा मौसम

मध्यप्रदेश में 12 अगस्त से फिर झमाझम, जानें IMD का पूर्वानुमान
MP Weather: मध्यप्रदेश में आज का मौसम (गुरुवार, 31 जुलाई) को कैसा रहेगा। सूबे में झमाझम बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। नदी-नाले उफान पर हैं। रास्ते बंद हैं। शिवपुरी में स्कूलों की छुट्टी है। मौसम विभाग ने गुरुवार को बालाघाट, शिवपुरी, मुरैना सहित 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को भी कई जिलों में झमाझम बारिश होगी। दो दिन बाद सिस्टम कमजोर होगा और भारी बारिश का दौर थमेगा।
आज इन जिलों में भारी बारिश
मौसम विभाग ने नीमच, मंदसौर, श्योपुर, मुरैना, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और मंडला में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बाकी जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने शुक्रवार(1 अगस्त) को श्योपुर, मुरैना, छिंदवाड़, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
तीन के बाद थमेगा भारी बारिश का दौर
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, प्रदेश के बीचोंबीच में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ की एक्टिविटी के कारण बारिश हो रही है। तीन अगस्त के बाद सिस्टम कमजोर होगा और भारी बारिश का दौर थमेगा। 2 अगस्त को प्रदेश के सभी जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है। बता दें कि एमपी में अब तक 27.7 इंच बारिश हो चुकी है। ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में बारिश का कोटा पूरा हो गया है।
30 जुलाई: 25 जिलों में गिरा पानी
भोपाल, बैतूल, गुना, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, इंदौर, पचमढ़ी, रायसेन, सागर, सिवनी, उमरिया,समेत 25 से अधिक जिलों में बुधवार को बारिश हुई। शिवपुरी में माधव टाइगर रिजर्व की सांख्य सागर झील ओवरफ्लो हो गई है। माधोपुर से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-552 पर रणथंभोर नेशनल पार्क क्षेत्र में पुलिया टूट गई। रास्ता पूरी बंद हो गया।
गुना में कलोरा बांध की वेस्ट बीयर टूटी
गुना का कलोरा बांध की वेस्ट बीयर 15 फीट तक टूट गई। इससे आसपास के गांवों के जल मग्न होने का खतरा बना हुआ है। नर्मदापुरम में सोहागपुर के ग्राम सांकला में नर्मदा किनारे बसे गांव के 7 मकानों में पानी भर गया। मुरैना में चंबल नदी उफान पर है। नरसिंहपुर जिले के गांव गंगई में बरांझ नदी के बैक वाटर के कारण 7 ग्रामीण फंस गए थे। सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया।
