परिवहन विभाग की नई योजना: अब गांव- गांव दौड़ेंगी सरकारी बसें, करोड़ों लोगों को होगा सीधा फायदा

MP News: मध्य प्रदेश सरकार ने परिवहन व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर ली है। राज्य में अब एक नई परिवहन कंपनी बनाई जा रही है जो पूरे प्रदेश में बस सेवाओं का संचालन और निगरानी करेगी। यह कंपनी पुराने रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन से बिल्कुल अलग होगी और आधुनिक, व्यावसायिक मॉडल पर आधारित होगी।
गांव के कोने-कोने तक पहुंचेगी सरकारी बसें
नई परिवहन कंपनी न केवल शहरों के भीतर सिटी बस सेवाएं संचालित करेगी, बल्कि उपनगरों और ग्रामीण इलाकों तक भी बसें पहुंचाएगी। यानी अब दूरदराज के गांवों में भी नियमित सरकारी बसें चलाई जाएंगी, जिससे ग्रामीणों को भी आसानी से सफर की सुविधा मिलेगी।
हर बस पर होगा कंपनी का नियंत्रण
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन जैसे शहरों में पहले से चल रही ट्रांसपोर्ट कंपनियां (जैसे BCLL और AICTSL) अब राज्य स्तरीय इस नई कंपनी के अधीन काम करेंगी। खास बात यह है कि प्राइवेट बस ऑपरेटरों के रूट, किराया, परमिट और गुणवत्ता नियंत्रण का अधिकार भी इसी कंपनी को मिलेगा।
अब तक परमिट सीधे RTO से जारी होते थे, लेकिन नई व्यवस्था में सभी परमिट राज्य परिवहन कंपनी के नाम से जारी होंगे, और वह अपनी शर्तों के अनुसार इन्हें ऑपरेटर को ट्रांसफर करेगी। इससे अव्यवस्था में सुधार और बस सेवाओं का मानकीकरण होगा।
यात्रियों की सुरक्षा का रखेगी ख्याल
यात्रियों की सुरक्षा और बसों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एक कंट्रोल विंग भी बनाया जाएगा, जिसमें ऑटोमोबाइल इंजीनियरों की टीम शामिल होगी। यह टीम बसों की नियमित जांच, सेवा मानकों की निगरानी और शिकायतों के समाधान पर काम करेगी। यह कंपनी MP पावर मैनेजमेंट कंपनी की तर्ज पर सभी परिवहन एजेंसियों की निगरानी और संचालन की जिम्मेदारी निभाएगी।