Cough Syrup tragedy: डॉक्टर की पत्नी ज्योति सोनी ने कमाई के लालच में बांटी 'मौत', SIT ने किया गिरफ्तार

Cough Syrup tragedy: मध्य प्रदेश में कफ सिरप त्रासदी की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने ज्योति सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। डॉक्टर प्रवीण सोनी की पत्नी ज्योति सोनी पर कोल्ड्रिफ कफ सिरप की आपूर्ति करने का आरोप है, जो बच्चों की मौत से जुड़ा हुआ है। पुलिस के अनुसार, ज्योति सोनी को इस सिरप की आपूर्ति के बदले 27% कमीशन मिल रहा था। यह सिरप अब प्रतिबंधित किया जा चुका है।
24 बच्चों की मौत
बैतूल और छिंदवाड़ा जिलों में सितंबर और अक्टूबर के महीनों में कम से कम 24 बच्चों की मौत हो चुकी है। पुलिस के मुताबिक, ये बच्चे दूषित कफ सिरप के सेवन से मरे, जिसमें डायथिलीन ग्लाइकॉल जैसे जहरीले मिलावटकारक पाए गए थे। यह सिरप बच्चों को सर्दी, खांसी और बुखार के इलाज के लिए दिया गया था।
एसआईटी अधिकारियों ने कहा कि डॉ. प्रवीण सोनी की पत्नी ज्योति सोनी उस मेडिकल स्टोर की मालिक हैं, जहां से यह दूषित कफ सिरप बेचा गया था। पुलिस ने बताया कि उन्हें तीन दिन की हिरासत में लिया गया है और यह जांच की जा रही है कि दोनों पति-पत्नी का श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के मालिक रंजनाथन से कितना करीबी संबंध है। यह वही कंपनी है जिसने दूषित कफ सिरप का निर्माण किया था।
एसआईटी की जांच में महत्वपूर्ण जानकारियां
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, एसआईटी ने डॉ. प्रवीण सोनी और उनकी पत्नी के खिलाफ सबूत जुटाए हैं। डॉ. प्रवीण सोनी, जो कि परासिया ब्लॉक के सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बाल रोग विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत थे, पर आरोप है कि उन्होंने बच्चों को यह खतरनाक कफ सिरप लिखकर दिया। यह सिरप किडनी से संबंधित समस्याएं उत्पन्न करता था और इसके सेवन से बच्चों की मौत हो गई।
पुलिस ने यह भी बताया कि कुछ बच्चों में कफ सिरप के सेवन के बाद पेशाब में कठिनाई, सीरम क्रिएटिनिन और यूरिया के स्तर में वृद्धि, और किडनी की समस्याएं देखी गईं, जिसके बाद उन्हें नागपुर भेजा गया, जहां उनकी मौत हो गई।
अब तक 7 गिरफ्तारियां
इस कांड में अब तक 7 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
- रंजनाथन गोविंदन: श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के मालिक।
- महेश्वरी: कंपनी की कर्मचारी, जो फर्जी सैंपल और दस्तावेज़ तैयार करने में शामिल थी।
- डॉ. प्रवीण सोनी: बच्चों को दूषित सिरप लिखने के आरोप में।
- राजेश सोनी: न्यू अपना फार्मा एजेंसी के संचालक।
- सौरभ जैन: केमिस्ट, जो अपना फार्मा से जुड़ा है।
- सतीश वर्मा: कंपनी का मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव।
- ज्योति सोनी: अपना मेडिकल स्टोर की प्रोपराइटर (ताज़ा गिरफ्तारियां)।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
पुलिस और एसआईटी दोनों ही मामलों की गहरी जांच कर रहे हैं। इस त्रासदी में यह स्पष्ट हो गया है कि यह केवल एक चिकित्सा लापरवाही नहीं, बल्कि एक संगठित अपराध का हिस्सा था। अब पुलिस अधिकारियों का ध्यान इस बात पर है कि कैसे और क्यों यह दूषित कफ सिरप इतने बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचा।
