मछली परिवार पर पुलिस का शिकंजा: क्राइम ब्रांच में 8 सदस्यों से पूछताछ, जानिए शारिक ने कहा

भोपाल में ‘मछली परिवार’ के 8 सदस्यों से क्राइम ब्रांच की पूछताछ।
'मछली परिवार' के खिलाफ पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई तेज कर दी है। लव जिहाद, ड्रग सप्लाई और अवैध जमीन कब्जे के गंभीर आरोपों में घिरे इस परिवार के 8 सदस्यों से बुधवार, 15 अक्टूबर को क्राइम ब्रांच ने सख्ती से पूछताछ की।
बता दें कि परिवार के प्रमुख सदस्य शारिक मछली को नोटिस जारी कर तलब किया गया था। यह कार्रवाई कोर्ट के निर्देशों और वित्तीय जांच के तहत की जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई और बयान
भोपाल क्राइम ब्रांच के एसीपी सुजीत तिवारी ने बताया, "एक मामले में छानबीन चल रहा है। वित्तीय जांच के तहत 8 लोगों से पूछताछ की गई। मामला कोर्ट के संज्ञान में है, और निर्देशों के अनुसार कार्रवाई हो रही है।"
शारिक मछली अपने परिवार और वकीलों के साथ पूछताछ के लिए पहुंचे था। पूछताछ के बाद शारिक ने दावा किया कि वह न तो आरोपी हूं और न ही गिरफ्तार हुआ है। उसे सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
100 करोड़ की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर
इससे पहले, 30 जुलाई 2025 को प्रशासन ने भोपाल के आनंदपुर कोकता इलाके में मछली परिवार की 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया था। इसमें 15,000 वर्ग फीट सरकारी जमीन पर बनी तीन मंजिला हवेली, फार्महाउस, कारखाने, वेयरहाउस और मदरसा शामिल थे। मध्य प्रदेश सरकार ने इसे अवैध कमाई पर सख्त कार्रवाई बताया।
आरोपों का सिलसिला
मछली परिवार पर लंबे समय से गंभीर आरोप लग रहे हैं। इनमें लव जिहाद के तहत हिंदू लड़कियों को बहलाने-फुसलाने के साथ-साथ शहर में नशीले पदार्थों की तस्करी और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करने का मामला है।
पुलिस ने इन मामलों में कई गिरफ्तारियां भी की हैं। परिवार के कुछ सदस्यों पर नेताओं से करीबी रिश्तों के कारण आश्रय मिलने का भी आरोप है, जिसके चलते पहले कार्रवाई में देरी हुई।
सरकार का सख्त रुख
मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार ने इस मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई के साथ-साथ परिवार के बैंक खातों और संपत्ति के स्रोतों की भी जांच की जा रही है।
फिलहाल यह मामला भोपाल में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। प्रशासन और पुलिस की नजर अब परिवार की बाकी संपत्तियों और गतिविधियों पर है।
