खंडवा में अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई: 98 मकान ढहाए गए, 45 साल से रह रहे लोग बोले- हमें जबरन हटाया जा रहा

Khandwa Encroachment News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खंडवा (Khandwa) जिले में शंकर तालाब (Shankar Talab) के पास गुरुवार सुबह नगर निगम (Municipal Corporation) और पुलिस की संयुक्त टीम ने अतिक्रमण विरोधी अभियान (Anti-Encroachment Drive) चलाया। अब तक 98 अतिक्रमण वाले मकानों को ध्वस्त (Demolished Houses in Khandwa) किया जा चुका है।
कार्रवाई के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए भारी पुलिस बल तैनात रहा। स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए कहा कि वे यहां पिछले 45 साल से रह रहे हैं, लेकिन अब उन्हें अतिक्रमण के नाम पर जबरन हटाया जा रहा है।
निगम आयुक्त प्रियंका रजावत का बयान
निगम आयुक्त प्रियंका रजावत ने बताया कि कुल 137 मकानों पर कार्रवाई होनी थी, लेकिन 27 मकानों को हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर (High Court Stay Order) मिला है। इसके चलते अब बाकी मकानों पर ध्वस्तीकरण (Demolition Action) किया जा रहा है।
उन्होंने बताया, "यह इलाका शंकर तालाब क्षेत्र है और जलभराव रोकने के लिए तालाब को फिर से गहरा किया जाएगा (Talab Gahraikaran). हमारा उद्देश्य है कि बारिश का पानी तालाब में इकट्ठा हो सके और जल निकासी बेहतर हो।"
#WATCH | Khandwa, Madhya Pradesh: Anti-encroachment drive underway in Khandwa
— ANI (@ANI) June 12, 2025
Priyanka Rajawat, Khandwa Municipal Corporation Commissioner, says, "This is the Shakkar pond area. We are running an anti-encroachment drive here today. We have been making announcements and giving… pic.twitter.com/d4ZYALsxnO
नोटिस और वैकल्पिक व्यवस्था
निगम उपायुक्त आर. सिटोले ने कहा कि अतिक्रमण करने वालों को पिछले तीन-चार महीनों से नोटिस (Eviction Notices) दिए जा रहे थे। बुधवार को भी अंतिम सूचना दी गई थी, लेकिन फिर भी ज्यादातर लोगों ने अपने मकान खाली नहीं किए।
उन्होंने आगे कहा कि 137 मकानों में से 27 को कोर्ट से स्टे मिला है और 12 मकान हाउस बोर्ड (Housing Board) द्वारा अधिकृत हैं। बाकी पर कार्रवाई की जा रही है।
वैकल्पिक आवास (Alternative Housing) देने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। इसके लिए हर परिवार को 1.25 लाख रूपए की लागत से आवास उपलब्ध कराया जाएगा। शुरुआत में 25 लाख रूपए खर्च किया जा रहा है।