Cough Syrup Tragedy: साजिश या लापरवाही- मध्यप्रदेश की 20 मासूम मौतों का असली गुनहगार कौन? देखें वीडियो

मध्यप्रदेश में जहरीले कफ सिरप से 20 बच्चों की मौत: क्या यह दवा माफिया की साजिश थी या प्रशासनिक लापरवाही? ‘जहर के सौदागर’ कब सामने आएंगे? देखें inh24 न्यूज़ के विशेष शो "चर्चा में"

Cough Syrup Tragedy: मध्य प्रदेश और राजस्थान में कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ़’ से मासूमों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। हकीकत यह है कि अब तक 20 से ज्यादा बच्चों की जान जा चुकी है, बावजूद इसके सन्नाटा पसरा है- जवाबदेही अब भी गुम है। जहरीले सिरप में मिला डायथिलीन ग्लाइकोल (DEG), जो किडनी को ठप कर मौत तक ले जाता है, उसकी पुष्टि हो चुकी है। फिर भी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ एक बाल रोग विशेषज्ञ की गिरफ्तारी हुई है, जबकि माता-पिता आज भी उस ‘जहर के सौदागर’ को तलाश रहे हैं, जिसने उनके नन्हों का बचपन छीन लिया।

मध्य प्रदेश में जहरीली कफ सिरप के कारण 20 बच्चों की मौत, जिसमें पिछले 24 घंटों में चार और मौतें शामिल हैं, एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट को दर्शाता है। जांच में यह तथ्य सामने आया है कि चार साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अनुशंसित न होने वाले कफ सिरप अभी भी बाजार में बिक रहे थे, जो नियामक और निगरानी तंत्र में गंभीर खामियों को उजागर करता है।

हादसे के बाद सवाल गूंजता है- क्या यह किसी दवा माफिया की साजिश थी या सिस्टम की लापरवाही ने इतने निर्दोष बच्चों की जान ले ली?

हरिभूमि और INH24 न्यूज़ के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने इस गंभीर मुद्दे पर विशेष ‘चर्चा’ की। इस बहस में शामिल हुए:

  • चौधरी राकेश सिंह (पूर्व मंत्री, कांग्रेस)
  • पंकज चतुर्वेदी (प्रवक्ता, भाजपा)
  • डॉ. बी.एम. शरणगात (अध्यक्ष, IMA मध्यप्रदेश)
  • जितेंद्र धाकड़ (अध्यक्ष, दवा विक्रेता संघ)

पैनल ने लाइसेंस देने की प्रक्रिया, दवाओं की गुणवत्ता-निगरानी, जांच एजेंसियों की जवाबदेही और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका पर तीखी बहस की। विशेषज्ञों ने कहा कि त्वरित फोरेंसिक परीक्षण, सप्लाई-चेन का ऑडिट और दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई जरूरी है।

भाजपा प्रवक्ता ने क्या कहा?

पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि इस मामले के सामने आते ही प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। दोषी अधिकारियों पर सख्त कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है और ऐसी त्रासदी दोबारा न हो, इसके लिए दवा निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रशासनिक अधिकारी की लापरवाही को बख्शा नहीं जाएगा।

कांग्रेस प्रवक्ता का आरोप

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता चौधरी राकेश सिंह ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चों की मौत के बाद भी सरकार अपने लोगों की गलतियों को छिपाने में लगी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इस घटना को लीपापोती करने में जुटी है। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग उठाते हुए कहा कि जब इतने निर्दोष बच्चों की जान चली गई, तब भी कोई राजनीतिक जिम्मेदारी नहीं ली जा रही।

पूरा वीडियो देखें:


WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story