महाकाली विसर्जन शोभायात्रा में बड़ा हादसा: करंट लगने से 2 की मौत, कई श्रद्धालु झुलसे

जबलपुर। कैंट विधानसभा क्षेत्र के ग्राम टेमर भीटा में रविवार रात महाकाली प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा के दौरान करंट लगने से बड़ा हादसा हो गया। प्रतिमा वाहन पर अचानक करंट फैलने से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 6 से ज्यादा श्रद्धालु गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों को तुरंत विक्टोरिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने टेमर भीटा निवासी अखिलेश पटेल (48 वर्ष) और चिंटू विश्वकर्मा (38 वर्ष) को मृत घोषित कर दिया।
11 केवी लाइन बनी मौत का जाल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्रतिमा वाहन जब आगे बढ़ा तो ऊपर से गुजर रही 11 केवी हाई वोल्टेज लाइन बेहद नीचे झूलती नजर आई। प्रतिमा को सुरक्षित निकालने के लिए युवकों ने तार को ऊपर उठाने की कोशिश की, लेकिन अचानक करंट फैल गया और वाहन सहित आसपास मौजूद लोग उसकी चपेट में आ गए। देखते ही देखते माहौल चीख-पुकार और भगदड़ में बदल गया।
घायल श्रद्धालुओं की हालत गंभीर
हादसे में घायल श्रद्धालुओं में हक्कू पटेल, तारा पटेल (16 वर्ष), नितिन पटेल (24 वर्ष), मोहित पटेल (26 वर्ष), कपिल पटेल (28 वर्ष) और बल्लू विश्वकर्मा (50 वर्ष) शामिल हैं। इनमें बल्लू विश्वकर्मा की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि त्योहार से पहले ही अधिकारियों को झूलती विद्युत तारों के बारे में लिखित सूचना दी गई थी, लेकिन विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। समिति के सदस्यों का कहना है कि यह लापरवाही मासूम जिंदगियों पर भारी पड़ी।
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
यह पहला मौका नहीं है जब बिजली की तारें मौत का सबब बनीं। कुछ दिन पहले 24 सितंबर को बरगी हिल्स इलाके में दुर्गा पंडाल के बाहर करंट लगने से दो मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही इन घटनाओं ने प्रशासन और बिजली विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
त्योहारों के दौरान अस्थायी बिजली कनेक्शन और झूलती तारें बार-बार जानलेवा साबित हो रही हैं। टेमर भीटा का हादसा प्रशासनिक लापरवाही की गवाही देता है और यह चेतावनी भी है कि यदि समय रहते सुधार नहीं किए गए तो भविष्य में ऐसे हादसे और भी भयावह हो सकते हैं।
