जबलपुर बैंक डकैती: कैसे हुई दिनदहाड़े 18 मिनट में 15 करोड़ की लूट, पुलिस की लापरवाही उजागर

Jabalpur Bank Robbery update
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Jabalpur Bank Robbery update

जबलपुर में कल हुई 15 करोड़ की बैंक डकैती में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। CCTV और मोबाइल लोकेशन से लुटेरों की पहचान तेज़ी से हो रही है।

Jabalpur crime news: जबलपुर में सोमवार (11 अगस्त 2025) को हुई सनसनीखेज बैंक डकैती ने मध्य प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बहस छेड़ दी है। खितौला इलाके में स्थित स्मॉल फाइनेंस बैंक से पांच नकाबपोश लुटेरों ने महज 18 मिनट में 14.8 किलोग्राम सोना (लगभग 14 करोड़ रुपए ) और 5 लाख रुपए नकद लूट लिए थे। इस घटना ने न केवल बैंकिंग सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि मध्य प्रदेश पुलिस की तैयारियों की भी पोल खोल दी है।

पुलिस अब नए CCTV फुटेज और मोबाइल लोकेशन डाटा के आधार पर संदिग्धों की पहचान में जुटी है। अधिकारियों के अनुसार, लुटेरों की बैंक खुलने के समय और सुरक्षा खामियों की पूरी जानकारी होना इस बात का संकेत है कि इसमें अंदरूनी मदद की संभावना को भी टटोला जा रहा है।

घटना का टाइमलाइन

  • सुबह 8:50 बजे: लुटेरे दो मोटरसाइकिलों से बैंक पहुंचे
  • सुबह 9:08 बजे: 14.875 किलोग्राम सोना और 5 लाख रुपये लेकर फरार
  • 45 मिनट बाद: पुलिस को सूचना दी गई
  • दोपहर: आसपास के जिलों में नाकाबंदी और जांच शुरू
  • सीसीटीवी फुटेज में पूरी वारदात कैद हुई, जिसमें लुटेरे तेजी से सोना और नकदी बैग में भरते और भागते नजर आए।

सुरक्षा में लापरवाही

जांच में सामने आया कि बैंक में कोई सिक्योरिटी गार्ड तैनात नहीं था और मुख्य द्वार पर चैनल गेट भी नहीं था। यह बड़ी सुरक्षा चूक मानी जा रही है।

कटनी डकैती से समानता

पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस डकैती का तरीका 2022 में कटनी में हुई 16 किलोग्राम सोने की लूट से मिलता-जुलता है। उस मामले में एक जेल में बंद डॉन ने वारदात को अंजाम दिया था। जबलपुर पुलिस अब इस एंगल से भी जांच कर रही है।

जांच में आई तेजी

पुलिस को घटनास्थल से लुटेरों की मोटरसाइकिल के टायरों के निशान और एक संदिग्ध हेलमेट मिला है, जिसे फॉरेंसिक टीम ने जांच के लिए भेजा है। नजदीकी पेट्रोल पंप के CCTV में दो संदिग्ध मोटरसाइकिलें कैद हुई हैं, जिनके नंबर आंशिक रूप से दिखाई दे रहे हैं। साथ ही मोबाइल टावर डंप डेटा में घटना के समय बैंक के पास 10 अज्ञात मोबाइल नंबर एक्टिव पाए गए हैं। इनमें से 3 नंबर पुलिस की निगरानी सूची में पहले से शामिल हैं।

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