जबलपुर में मनरेगा घोटाला: सरपंच-सचिव ने भूतों से कराई मजदूरी, उपसरपंच की मां-पत्नी को भी लाभ, EOW में केस दर्ज

MNREGA scam in Jabalpur
Jabalpur MNREGA scam : मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में हैरान कर देने वाला घोटाला सामने आया है। ग्राम पंचायत बढैयाखेडा में सरपंच-सचिव और उपसरपंच ने भूतों से मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) की मजदूरी कराकर लाखों का बंदरबांट किया है। EOW ने सरपंच पुन्नू कोल, उपसरपंच राजेंद्र यादव, सचिव देवश्री यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।
ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि न सिर्फ मृतकों की फर्जी हाजिरी मास्टर रोल में दर्ज की गई, बल्कि उनके नाम पर दिहाड़ी भी निकाली गई है। इतना नहीं उपसरपंच ने पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी मां और पत्नी को भी सरकारी योजनाओं का अवैध तरीके से लाभ दिलाया है।
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW),जबलपुर द्वारा अमृत सरोवर तालाब निर्माण में भ्रष्टाचार करने पर ग्राम पंचायत बढैयाखेडा, जनपद पंचायत जबलपुर के सरपंच , उपसरपंच व सचिव के विरूद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया गया । pic.twitter.com/pGXfkgROYY
— EOW(Economic Offences Wing),Madhya Pradesh (@Eow_MP) May 26, 2025
ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट के अनुसार, सरपंच, सचिव और उपसरपंच के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेजों का उपयोग), 120 बी (आपराधिक साजिश) और भ्रष्टाचार अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
ईओडब्ल्यू जांच में क्या मिला
- प्रधानमंत्री आवास योजना में रिकॉर्ड में हेराफेरी
- मृतक मजदूरों के नाम पर हाजिरी लगाकर पैसे निकाले गए
- पद का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रची गई
ईओडब्ल्यू की टीम बारीकी से कर रही जांच
जबलपुर के बढैयाखेडा ग्राम पंचायत में हुआ यह घोटाला दर्शाता है कि किस तरह सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता की कमी का फायदा उठाकर भ्रष्ट तत्व सिस्टम को चूना लगा रहे हैं। फिलहाल, ईओडब्ल्यू की टीम बारीकी से जांच कर रही है। जांच में स्प्ष्ट होगा कि पूरे नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।