स्वच्छता सर्वेक्षण 2024: इंदौर फिर बना सबसे स्वच्छ शहर, उज्जैन भी टॉप पर; MP के 8 शहर पुरस्कृत

दिल्ली: राष्ट्रपति से स्वच्छता पुरस्कार प्राप्त करते मंत्री विजयवर्गीय व इंदौर मेयर।
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दिल्ली: राष्ट्रपति से स्वच्छता पुरस्कार प्राप्त करते मंत्री विजयवर्गीय व इंदौर मेयर। 
इंदौर ने लगातार 8वीं बार स्वच्छता में पहला स्थान पाया, उज्जैन भी अपनी श्रेणी में अव्वल है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में मध्य प्रदेश के 8 शहर पुरस्कृत। जानिए डिटेल्स।

Swachhta Ranking 2024: स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 के नतीेजे घोषित कर दिए गए। इंदौर को लगातार 8वीं बार देश का सबसे स्वच्छ घोषित किया गया है। वहीं, 3 से 10 लाख जनसंख्या वाले शहरों में उज्जैन ने पहली रैंक हासिल कर नया इतिहास रचा है। राजधानी भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, बुधनी और देवास समेत मध्य प्रदेश के 8 शहर पुरस्कृत किए गए हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में इंदौर-उज्जैन के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रतिमा बागरी, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, उज्जैन से महापौर मुकेश टटवाल, ननि अध्यक्ष कलावती यादव, और आयुक्त आशीष पाठक ने पुरस्कार प्राप्त किया।

इंदौर की सफाई व्यवस्था बनी देश के लिए मिसाल

  • इंदौर स्वच्छता में 2017 से लगातार सिरमौर बना हुआ है। उसकी यह परफॉरमेंस अन्य शहरों के लिए रोल मॉडल बन चुकी है। इंदौर को इस वर्ष सुपर स्वच्छता लीग में पहली रैंक मिली है। इस कटेगरी में टॉप-3 रहने वाले 23 शहर शामिल हैं।
  • इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा, इंदौर अब मार्गदर्शक की भूमिका में आ गया है। हमारा लक्ष्य नंबर-1 बने रहना नहीं, बल्कि देश के अन्य श्हरों को प्रेरित करना है।

10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में उज्जैन अव्वल

मुख्यमंत्री मोहन यादव का गृहनगर उज्जैन 3 से 10 लाख जनसंख्या श्रेणी में अव्वल आया है। यह यहां के स्वच्छता कर्मियों, अधिकारियों और नागरिकों की संयुक्त भागीदारी का नतीजा है। पहली बार हुए इस सुपर लीग फॉर्मेट में उज्जैन ने स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित की है।

मध्य प्रदेश के इन शहरों को मिला सम्मान

  • स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 में भोपाल देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया।
  • देवास, शाहगंज को प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
  • जबलपुर को स्पेशल मिनिस्ट्रियल अवॉर्ड और ग्वालियर को स्टेट लेवल अवॉर्ड मिला।

भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर भी पुरस्कृत

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को 10 लाख से अधिक जनसंख्या की श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार मिला है। 50 हजार से 3 लाख आबादी वाले शहरों में देवास को प्रथम पुरस्कार और 20 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों में शाहगंज को तृतीय पुरस्कार मिला है। सफाई मित्र सुरक्षित शहर की श्रेणी में जबलपुर और ग्वालियर को प्रोमिसिंग स्वच्छ शहर से पुरस्कृत किया गया।

MP के 203 शहरों को मिली स्टार रेटिंग

स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 में 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में भोपाल दूसरे, जबलपुर 5वें और ग्वालियर 14 वें स्थान पर है। एमपी के 203 शहरों को स्टार रेटिंग प्रमाणीकरण मिला है। गत वर्ष की अपेक्षा यह आंकड़ा 12% अधिक है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर को 7 स्टार, देवास, रीवा और सतना को 5 स्टार रैंक मिली है। मध्य प्रदेश के 36 शहरों को 3 स्टार और 161 शहरों को 1 स्टार रैंक मिली है।

जनता की भागीदारी और नवाचार

इंदौर और उज्जैन की सफलता के पीछे जनभागीदारी, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, सूखा-गीला कचरा पृथक्करण और नवाचारों की अहम भूमिका रही। भारत के अन्य राज्य भी इंदौर मॉडल अपना रहे हैं। नगरीय विकास आयुक्त संकेत भोंडवे ने श्रेष्ठ प्रदर्शन को सफाई मित्रों की मेहनत का फल बताया। कहा, सभी शहरों को सफाई के मापदण्ड पर उच्चतम स्थान देने के प्रयास किये जायेंगे।

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