सिंहस्थ से पहले सौगात: इंदौर-उज्जैन के बीच बनेगा हाईस्पीड फोरलेन, 30 मिनट में तय होगी दूरी

सिंहस्थ 2028 से पहले बनेगा हाईस्पीड फोरलेन, इंदौर से उज्जैन पहुंचना होगा आसान
Indore Ujjain High Speed Fourlane : मध्यप्रदेश सरकार सिंहस्थ 2028 से पहले इंदौर-उज्जैन के बीच आवागमन सुगम बनाने नई हाईस्पीड फोरलेन सड़क बनाने जा रही है। यह सड़क इंदौर के हातोद क्षेत्र स्थित पितृ पर्वत से शुरू होकर उज्जैन के चिंतामण गणेश मंदिर तक पहुंचेगी। इसकी कुल लंबाई 50 किलोमीटर और चौड़ाई 60 मीटर होगी।
इंदौर-उज्जैन हाईस्पीड फोरलेन से 25 गांव के किसान सीधे तौर पर प्रभावित होंगे। उनकी 228 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह सड़क बनने के बाद इंदौर-उज्जैन की यात्रा का समय आधा हो जाएगा। श्रद्धालुओं, पर्यटकों और आम लोगों को इससे बड़ा फायदा होगा।
सिंहस्थ से पहले तैयार होगा वैकल्पिक रूट
मध्य प्रदेश सरकार ने सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए इस प्रोजेक्ट की शुरूआत की है। इंदौर-उज्जैन के बीच अभी नेशनल हाईवे-52 (NH-52) और सिक्स लेन सड़क पर ही यातायात निर्भर है। नया फोरलेन बनने से इन रूट का दबाव कम होगा और यह एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करेगा।
DPR अगले महीने तक तैयार, सर्वे कार्य जोरों पर
- इंदौर-उज्जैन हाईस्पीड फोरलेन की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। यह काम मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) को सौंपा गया है। डीपीआर अगले माह तक तैयार होने की संभावना है।
- जल संरचनाओं, पेड़ों और निर्माणों से जुड़ी जानकारी जुटाने के लिए सर्वे का कार्य तेजी से किया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया भी धारा 11 के तहत शुरू कर दी गई है, और अगस्त तक दावे और आपत्तियों के लिए समय तय किया गया है।
इन क्षेत्रों को मिलेगा सीधा फायदा
इंदौर-उज्जैन हाईस्पीड फोरलेन सड़क जिन क्षेत्रों से होकर गुजरेगी, वहां आवासीय, धार्मिक और औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं बढ़ जाएंगी। यह सड़क इंदौर और उज्जैन के इना इलाकों से होकर जाएगी।
- इंदौर: हातोद, पितृ पर्वत, सुपर कॉरिडोर, खजुरिया, चंद्रावतीगंज, अजनोद
- उज्जैन: चिंतामण गणेश मंदिर, सिंहस्थ बायपास, पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र
हाईस्पीड फोरलेन सड़क बन जाने के बाद इंदौर एयरपोर्ट से उज्जैन का सफर महज 30 मिनट में पूरा हो जाएगा। अभी इसमें करीब 60 मिनट लगते हैं।
इंदौर-उज्जैन हाईस्पीड फोरलेन: प्रस्तावित टाइमलाइन
- DPR फाइनल: अगस्त 2025 तक
- भूमि अधिग्रहण पूरा: अगस्त 2025 तक आपत्ति समाधान
- टेंडर प्रक्रिया: सितंबर-अक्टूबर 2025 तक
- निर्माण कार्य प्रारंभ: संभावित रूप से दिसंबर 2025
इंदौर-उज्जैन हाईस्पीड फोरलेन प्रोजेक्ट को तय समय पर पूरा करने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी। राज्य सरकार और MPRDC के अधिकारी लगातार समीक्षा बैठकें करते रहते हैं।
