Indore News: इंदौर में बिजली गई तो अब 1912 पर नहीं, इन अधिकारियों को लगाएं सीधा फोन; देखें पूरी लिस्ट

इंदौर में बिजली गई तो अब 1912 पर नहीं, इन अधिकारियों को लगाएं सीधा फोन; देखें पूरी लिस्ट
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बिजली कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अनूप कुमार सिंह का मोबाइल नंबर – 8290172489 – भी सार्वजनिक किया गया है। अगर नीचे के अधिकारी आपकी समस्या का समाधान नहीं करते हैं, तो आप सीधे एमडी को कॉल कर सकते हैं। यह आपका उपभोक्ता अधिकार है।

Indore News : प्री–मानसून की बारिश के साथ इंदौरवासियों को अंधेरे में जीने की मजबूरी झेलनी पड़ रही है। पिछले कुछ दिनों में चार बार ब्लैकआउट के कारण आम जनता काफी परेशान रही। सबसे बड़ी दिक्कत तब हुई जब बिजली कंपनी के हेल्पलाइन नंबर 1912 पर कॉल करने पर या तो ऑटोमेटेड मैसेज मिलता या लाइन व्यस्त बताई जाती।

इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए बिजली कंपनी ने अब शहर के 5 प्रमुख क्षेत्रों – पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और मध्य क्षेत्र के लिए AE और JE अधिकारियों के मोबाइल नंबर जारी कर दिए हैं। अब यदि 1912 पर सुनवाई न हो, तो उपभोक्ता सीधे अपने क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर (JE) और सहायक इंजीनियर (AE) से संपर्क कर सकते हैं।



अगर फिर भी नहीं हो समाधान तो सीधे कॉल करें एमडी को!
बिजली कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अनूप कुमार सिंह का मोबाइल नंबर – 8290172489 – भी सार्वजनिक किया गया है। अगर नीचे के अधिकारी आपकी समस्या का समाधान नहीं करते हैं, तो आप सीधे एमडी को कॉल कर सकते हैं। यह आपका उपभोक्ता अधिकार है।

बारिश में बढ़ी समस्याएं, मेंटेनेंस की खुली पोल
कई बार ऐसा देखा गया कि बारिश होते ही बिजली घंटों गुल कर दी जाती है। कंपनी की ओर से कभी पेड़ गिरने, कभी ट्रांसफॉर्मर फॉल्ट या लाइन टूटने की वजह बताई जाती है। वहीं, बिना बारिश के भी मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती की जाती है। इससे स्पष्ट है कि मानसून से पहले जो मेंटेनेंस कार्य किए गए थे, वह पूरी तरह फेल साबित हुए हैं।

स्टाफ की भारी कमी और घटिया इंफ्रास्ट्रक्चर का असर
इंदौर में करीब 30 बिजली जोन हैं और हर जोन में कम से कम 20 लाइनमैन की जरूरत होती है, लेकिन असल में हर जोन में मुश्किल से 2-3 लाइनमैन ही उपलब्ध हैं। आउटसोर्स संविदा स्टाफ के भरोसे ही बिजली कंपनी चल रही है और पिछले 10 वर्षों में कोई भर्ती नहीं हुई है।

1600 करोड़ की योजनाएं और फिर भी ब्लैकआउट!
केंद्र सरकार से IDPS और RRDS जैसी योजनाओं के तहत 1600 करोड़ रुपए मिले। पहले 500 करोड़ IDPS में और फिर 1100 करोड़ RRDS योजना में, लेकिन फिर भी शहर अंधेरे में डूब रहा है। IDPS योजना में घोटाले को लेकर 35 इंजीनियरों को शोकॉज नोटिस दिए गए, लेकिन मामला दबा दिया गया।

अब क्या करें उपभोक्ता?

सबसे पहले 1912 पर कॉल करें

अगर सुनवाई न हो तो अपने क्षेत्र के JE से संपर्क करें

JE भी रिस्पॉन्स न दे तो AE को कॉल करें

फिर भी समाधान न हो तो MD को सीधे कॉल करें – 8290172489

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