बजरंग दल का हंगामा: इंदौर में पुलिस के सामने युवतियों को पीटा, कालिख पोती

बजरंग दल का हंगामा: इंदौर में पुलिस के सामने युवतियों को पीटा, कालिख पोती
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बजरंग दल का हंगामा: इंदौर में पुलिस के सामने युवतियों को पीटा, कालिख पोती 

इंदौर प्रेस क्लब में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सौरभ बनर्जी और उनके साथियों से जमकर मारपीट की। देवास के जंगलों में चल रहे कथित धर्म परिवर्तन की जांच में पुलिस जुटी। पढ़ें पूरी घटना।

Indore religious conversion controversy : इंदौर प्रेस क्लब में गुरुवार, 24 जुलाई को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब धर्मांतरण के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए सौरभ बनर्जी और उनके साथ मौजूद युवतियों पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। युवतियों से न सिर्फ धक्का-मुक्की की बल्कि चेहरे पर कालिख भी पोती। पुलिस और मीडियाकर्मियों ने बीच बचाव कर किसी तरह से उन्हें वहां से सुरक्षित निकाला।

क्या है मामला?

देवास जिले के बरोठा थाना क्षेत्र के शुक्रवासा गांव में धर्मांतरण की शिकायत मिली है। बताया गया कि कुछ युवक-युवतियां जंगल में टपरी बनाकर रहते हैं और धर्मांतरण की गतिविधियों को अंजाम देते हैं। गरीब आदिवासियों को लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने और उनका ब्रेनवॉश करने का आरोप है।

दो हजार में साढ़े 6 बीघा जमीन

पुलिस ने बुधवार को गांव में जांच पड़ताल की तो पाया कि सौरभ बनर्जी समेत 8 युवक और 2 युवतियां वहां रह रहे हैं। स्थानीय आदिवासी से इन्होंने दो हजार रुपए में साढ़े 6 बीघा जमीन किराए पर ले रखी है। जहां पर अस्थायी टपरी बनाकर रह रहे थे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमला

सौरभ बनर्जी और उनकी साथी युवती गुरुवार को आरोपों का जवाब देने इंदौर प्रेस क्लब पहुंचे, लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, युवतियों के साथ भी हाथापाई हुई है। सौरभ को पीसी करने से रोका गया।

पुलिस की भूमिका

पुलिस के मुताबिक, यह विवाद धर्मांतरण से जुड़ा है। सभी आरोपियों के मोबाइल, लैपटॉप सहित अन्य दस्तावेज जब्त कर बारीकी से जांच की जा रही है। देवास पुलिस ने पूछताछ कर रही है। शुरुआती जांच में इनके पास कोई मान्य पहचान पत्र या शैक्षणिक प्रमाण-पत्र नहीं मिला।

बजरंग दल का आरोप

बजरंग दल के विभाग संयोजक अविनाश कौशल ने बताया कि इन युवकों ने बड़े पैमाने पर आदिवासी क्षेत्रों में धर्म परिवर्तन कराए हैं। इंदौर में उन्हें समझाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन वे उल्टा धमकाने लगे। जिसे लेकर विवाद बढ़ गया।

सौरभ बनर्जी का पक्ष

सौरभ बनर्जी ने मीडिया को बताया कि उन पर लगे सभी आरोप निराधार हैं। कहा मैं खुद पूजा-पाठ करने वाले व्यक्ति हूं। धर्मांतरण से मेरा कोई संबंध नहीं है। सामाजिक कार्यों को लेकर कहा, प्रशासन को उनके शिविरों और गतिविधियों की पूरी जानकारी दी जाती है।

प्रशासन की अगली कार्रवाई

पुलिस ने उनके सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे हैं। आदिवासियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी टीआई अजय गुर्जर ने बताया, आरोपी युवक शहडोल और पश्चिम बंगाल से हैं, जबकि युवतियां इंदौर की रहने वाली हैं। हर पहलु से जांच जारी है।बजरंग दल का हंगामा: इंदौर में पुलिस के सामने युवतियों को पीटा, कालिख पोती

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