इंदौर क्राइम ब्रांच की बड़ी सफलता: पीड़ितों को वापस करवाई 12.61 करोड़ की ठगी राशि, नागरिकों को किया जागरूक

इंदौर क्राइम ब्रांच की बड़ी सफलता: 2025 में 12.61 करोड़ की ठगी राशि लौटाई.
इंदौर हरिभूमि ब्यूरो: ऑनलाइन फ्रॉड शिकायतों में क्राइम ब्रांच इंदौर की बड़ी उपलब्धि सामने आई है। वर्ष 2025 में पुलिस की साइबर फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीम ने 12 करोड़ 61 लाख 18 हजार 340 रुपये की ठगी राशि पीड़ितों को वापस करवाई है।
इंदौर कमिश्नरेट क्षेत्र में ऑनलाइन ठगी और आर्थिक अपराधों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर संतोष कुमार सिंह द्वारा दिए गए थे। इन निर्देशों के तहत क्राइम ब्रांच की टीम ने ऑनलाइन शिकायतों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई कर प्रदेश स्तर पर एक मिसाल कायम की है।
जनवरी से अक्टूबर 2025 तक क्राइम ब्रांच इंदौर को लगभग 4,500 साइबर फ्रॉड शिकायतें प्राप्त हुईं। टीम ने इन शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अधिकांश मामलों में ठगी की रकम रिकवर कर पीड़ितों को लौटाई। इस अवधि में करीब 12.61 करोड़ रुपये की राशि सफलतापूर्वक रिकवर की गई।
क्राइम ब्रांच की टीम ने इस दौरान 1,500 से अधिक फर्जी बैंक अकाउंट फ्रीज कराए। इसके अलावा 200 से अधिक हैक किए गए सोशल मीडिया अकाउंट रिकवर किए। साथ ही 250 से अधिक फर्जी अकाउंट को ब्लॉक कराया, आवेदकों के नाम व फोटो पर बनाए गए थे।
टीम ने कई तरह के ऑनलाइन फ्रॉड- जैसे इन्वेस्टमेंट स्कीम (टास्क, ट्रेडिंग आदि), बैंक अधिकारी बनकर KYC अपडेट, क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर ठगी, सेक्सटॉर्शन और रोमांस स्कैम जैसे मामलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
खास बात यह रही कि नागरिकों को साइबर अपराध से बचाव के उपाय बताने के लिए कई साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन अभियानों के माध्यम से लाखों लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचने के तरीके सिखाए गए।
पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने कहा कि साइबर अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के साथ ही नागरिकों को जागरूक करना भी हमारी प्राथमिकता है।
