इंदौर में दर्दनाक हादसा: रानीपुरा में 3 मंजिला मकान गिरा, 2 की मौत, 12 घायल; रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन

Indore building collapse
Indore building collapse: इंदौर के रानीपुरा क्षेत्र में सोमवार (22 सितंबर) रात बड़ा हादसा हो गया। रात 9:15 बजे के करीब यह तीन मंजिला बिल्डिंग अचानक भरभराकर गिर गई। मलबे में बदने से युवती समेत दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हो गए। घायलों में तीन माह की बच्ची भी शामिल है। हादसे के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और रेस्क्यू ऑपरेशन देर रात तक चलता रहा।
इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 20 वर्षीय अल्फिया और फहीम की मौत हुई है। अल्फिया का शव रात करीब डेढ़ बजे निकाला गया, जबकि फहीम को सुबह 4 बजे मलबे से मृत अवस्था में निकाला गया। सभी घायलों को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से चार की हालत गंभीर बनी हुई है।
जर्जर इमारत में रहते थे 4 परिवार
बताया जा रहा है कि यह 10-15 साल पुराना मकान सम्मू बाबा का था, जिसमें चार परिवार रहते थे। हाल की बारिशों के चलते मकान में दरारें आ गई थीं और तलघर में लगातार पानी भर रहा था। कमजोर नींव और सीलन के कारण यह इमारत अचानक धंस गई।
मोहम्मद सलीम कुरैशी ने बताया कि मकान में एक तलघर बना था। जिसमें हमेशा पानी भरा रहता था। यही कारण है कि मकान अचानक धंस गया और पूरा परिवार उसमें समा गया।
14 लोग मलबे में दबे, 9 रिश्तेदारी में थे
हादसे के वक्त कुल 14 लोग मकान में मौजूद थे, जबकि बाकी 9 लोग किसी रिश्तेदार के घर गए हुए थे। मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए नगर निगम, NDRF और SDRF की टीमें मौके पर तैनात रहीं। बिजली कंपनी ने इलाके की लाइट काट दी, ताकि रेस्क्यू में कोई बाधा न आए।
घायलों की सूची
- अल्ताफ (28) पिता रफीउद्दीन
- रफीउद्दीन (60) पिता मोहम्मद उमर
- यासीरा (3 महीने) पिता जिया
- नबी अहमद (7)
- सबीस्ता अंसारी (28) पत्नी मोहम्मद अल्ताफ
- सैबुद्दीन (62) पिता मोहम्मद
- सलमा बी (45) पत्नी रफीउद्दीन
- आलिया अंसारी (23) पत्नी मो. जिया उल हक
- शाहिदा अंसारी (55) पत्नी शमीउद्दीन
- अमीनुद्दीन (40) पिता शमीउद्दीन
- आफरीन (32) पत्नी फहीमुद्दीन
- एक अन्य व्यक्ति (नाम अप्राप्त)
कलेक्टर-SSP मौके पर पहुंचे
हादसे की खबर मिलते ही कलेक्टर शिवम वर्मा, पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और भाजपा विधायक गोलू शुक्ला मौके पर पहुंचे। सभी ने राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया। प्रशासन ने इलाके की घेराबंदी कर भीड़ हटाया और बिजली सप्लाई बंद कर दी।
