रीवा में आकाशीय बिजली गिरने से मां-बाप सहित बेटे की मौत, दो गंभीर रूप से घायल

Rewa : रीवा जिले के सेमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बारा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में एक आठ वर्षीय बच्चा भी शामिल है। यह हादसा गुरुवार दोपहर लगभग 1:30 बजे उस समय हुआ, जब परिवार खेत के पास एक आम के पेड़ के नीचे खड़ा था।
गंभीर रूप से घायलों को किया गया रेफर
मृतकों की पहचान आशीष वासुदेव (32), उनकी पत्नी ज्योति वासुदेव (26) और पुत्र किशन वासुदेव (8) के रूप में की गई है। हादसे में परिवार के दो अन्य सदस्य, नैना वासुदेव (2) और प्रेमलाल वासुदेव (55) गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को पहले सेमरिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें संजय गांधी मेडिकल कॉलेज, रीवा रेफर कर दिया गया है।
तीन लोगों की मौके पर ही मौत
सीरमौर के अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) उमेश प्रजापति ने बताया कि पीड़ित परिवार बारा गांव में एक झोपड़ी में निवास करता था। घटना के समय वे सभी खेत में आम के पेड़ के नीचे खड़े थे, तभी अचानक आकाशीय बिजली गिर गई और तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
यह हादसा ऐसे समय में हुआ जब प्रदेशभर में ‘नौतपा’ के चलते मौसम असामान्य रूप से खराब बना हुआ है। इस वर्ष नौतपा की अवधि 25 मई से 8 जून तक मानी जा रही है। इस दौरान भीषण गर्मी, असमय बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं सामान्य मानी जाती हैं।
आंधी और भारी बारिश की चेतावनी
प्रदेश के कई जिलों, छतरपुर, सतना, सागर, मऊगंज, राजगढ़, श्योपुर और गुना से तेज बारिश, गरज-चमक और आंधी की खबरें सामने आ रही हैं। मौसम विभाग ने श्योपुर, सागर, पांढुर्ना, दमोह, रायसेन सहित कई जिलों में 60 किमी प्रति घंटा तक की तेज हवा, आंधी और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
आने वाले घंटों में इन जिलों में भी बारिश की संभावना जताई गई है:
आगर-मालवा, मुरैना, नीमच, गुना, शाजापुर, शिवपुरी, अशोकनगर, ग्वालियर, छतरपुर, पन्ना, बैतूल, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, नरसिंहपुर और उमरिया।
क्या करें जब मौसम खराब हो या बिजली कड़के
- बिजली की गर्जना सुनते ही तुरंत किसी पक्के मकान या सुरक्षित आश्रय में चले जाएं।
- यदि घर से बाहर हैं और कोई आश्रय नहीं है, तो ज़मीन पर बैठने की बजाय एड़ी के बल स्क्वाट करें – शरीर की सतह कम से कम रखें।
- मोबाइल फोन, बिजली के उपकरण, टीवी आदि का उपयोग न करें।
- खुले मैदान, खेत, नदी-तालाब के किनारे, ऊँचे स्थानों, या पेड़ों के नीचे खड़ा न हों।
- छाते का उपयोग न करें, क्योंकि वह बिजली खींच सकता है।
- यदि आप किसी वाहन में हैं, तो उसमें ही रहें। यह एक सुरक्षित स्थान हो सकता है।
- बच्चों, बुजुर्गों और मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाएं।
क्या न करें:
- बिजली गिरने के समय मोबाइल चार्जिंग में लगाना
- ऊँचे टावर या खंभों के पास खड़ा रहना
- जल स्रोतों के पास जाना
- धातु के सामान (छड़ी, झोला, कृषि उपकरण) लेकर चलना
आपात स्थिति में:
- नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या डायल करें 108 / 112
- घायलों को बिना देरी के अस्पताल ले जाएं