IIM Indore यौन उत्पीड़न विवाद: कार्रवाई न होने पर ABVP का हंगामा, 3 दिन का अल्टीमेटम

IIM Indore यौन उत्पीड़न केस पर ABVP का हंगामा, 3 दिन का अल्टीमेटम
एपी सिंह: भारतीय प्रबंधन संस्थान, इंदौर (IIM Indore) एक बार फिर विवादों में घिर गया है। संस्थान की प्लेसमेंट कमेटी के सदस्य हर्षित केजरीवाल पर ऑफ-कैंपस कार्यक्रम के दौरान छात्राओं से यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। शिकायत दर्ज हुए एक माह बीत जाने के बाद भी आरोपी के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई न होने पर मामला और गर्मा गया है। इसी को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने IIM प्रशासन को एक लिखित शिकायत सौंपते हुए कड़ा विरोध जताया है।
एबीवीपी इंदौर नगर मंत्री देवेश गुर्जर ने निदेशक प्रो. हिमांशु राय को पत्र देकर कहा कि शिकायत के बावजूद हर्षित केजरीवाल की भूमिका पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। संगठन का कहना है कि आरोपी आज भी कैंपस में सक्रिय है और संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर Placement Committee Member के रूप में उसका नाम मौजूद है, जिससे साफ होता है कि प्रशासन मामले को लेकर गंभीर नहीं है।
#WATCH | Madhya Pradesh | ABVP stages a protest outside IIM Indore over a member of the college's placement comitteee allegedly harassing some women students. pic.twitter.com/lMEtaHbbey
— ANI (@ANI) December 3, 2025
#WATCH | Indore, MP | ABVP Secretary Devesh Gurjar says, "Around 30 to 35 days ago, a placement cell member harassed some women students inside the IIM Indore campus... When the students notified IIM, the college did not take any action... The name of the culprit is Harshit… pic.twitter.com/pQmBPLFh3C
— ANI (@ANI) December 3, 2025
शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि प्लेसमेंट कमेटी के प्रमुख मुहम्मद सुहैद और संचालन प्रमुख प्रो. अभिषेक मिश्रा ने भी इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। एबीवीपी का कहना है कि संस्थान के कुछ प्रभावशाली लोग आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और घटना को हल्का साबित करने का प्रयास किया जा रहा है, जो पीड़ित छात्राओं के साथ अन्याय है। संगठन ने इसे निंदनीय और अस्वीकार्य बताया है।
एबीवीपी ने कहा कि पीड़ित छात्राओं ने नियमों के तहत IIM में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है, इसके बावजूद आरोपी के खिलाफ न तो कोई दंडात्मक कार्रवाई हुई और न ही उसे जिम्मेदारियों से हटाया गया। इससे संस्थान की जवाबदेही पर बड़ा सवाल खड़ा होता है।
संगठन ने IIM प्रशासन को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। एबीवीपी की मुख्य मांगें हैं-
- आरोपी को तुरंत प्लेसमेंट कमेटी और सभी छात्र-संबंधी दायित्वों से हटाया जाए।
- मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाए।
- जिन लोगों ने आरोपी का संरक्षण किया है, उन पर कठोर कार्रवाई हो।
- पीड़ित छात्राओं को कानूनी व प्रशासनिक सहायता प्रदान की जाए।
- वर्तमान प्लेसमेंट कमेटी को भंग कर नई कमेटी का गठन किया जाए।
एबीवीपी ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिन में उचित और सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो संगठन उग्र आंदोलन शुरू करेगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी संस्थान प्रशासन की होगी।
#WATCH | Indore, MP | Sub-Inspector, Kishanganj Police Station Hemant Upadhyay says, "The Administartion notified us that some students a re staging a protest outside IIM Indore. That is why we have come here with Police force. They have some demands regarding an internal… pic.twitter.com/iyARWr858B
— ANI (@ANI) December 3, 2025
किशनगंज थाना प्रभारी सब-इंस्पेक्टर हेमंत उपाध्याय ने बताया, “प्रशासन की ओर से सूचना मिली थी कि IIM इंदौर के बाहर कुछ स्टूडेंट्स दोबारा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए हम पुलिस बल के साथ यहां पहुंचे हैं। छात्रों की कुछ मांगें संस्थान की आंतरिक समिति से जुड़ी हुई हैं।
वे इस मुद्दे पर प्रशासन से बात कर रहे हैं। हमें जानकारी मिली है कि उन्होंने हैरसमेंट से संबंधित शिकायत दर्ज की है और इसी सिलसिले में यहां मेमोरेंडम सौंपने आए हैं। अभी तक हमारे थाने में इस संबंध में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है।”
