गुरुपूर्णिमा 2025: बागेश्वर धाम पहुंचे 1 लाख श्रद्धालु, दादाजी धाम में 500 भंडारे; देखें तस्वीरें

छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में गुरुपूर्णिमा पर भक्तों को आशीवार्द देते पंडित धीरेंद्र शास्त्री।
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बागेश्वर धाम में गुरुपूर्णिमा पर भक्तों को आशीवार्द देते पंडित धीरेंद्र शास्त्री। 

गुरुपूर्णिमा 2025 पर बागेश्वर धाम, कुबेरेश्वर धाम और दादाजी धाम में लाखों श्रद्धालु पहुंचे। सुंदरकांड, भंडारा और गुरु पूजन जैसे अनुष्ठान जारी हैं।

Guru Purnima 2025: मध्यप्रदेश में गुरुपूर्णिमा का पर्व अत्यंत भव्य और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। उज्जैन, छतरपुर, खंडवा और चित्रकूट स्थित संत आश्रमों में लाखों श्रद्धालु दर्शन और पूजन के लिए पहुंचे। बागेश्वर धाम में एक लाख श्रद्धालुओं के जरूरी इंतजाम किए गए हैं। जबकि, खंडवा स्थित दादाजी धाम में सभी भक्तों के लिए भोजन नास्ता फ्री उपलब्ध कराया जा रहा है।

बागेश्वर धाम, छतरपुर

पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बागेश्वर धाम में बुधवार से ही गुरुपूर्णिमा महोत्सव आरंभ हो गया है। गुरुवार सुबह भगवान बालाजी की पूजा-अर्चना के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री श्रद्धालुओं से मिले। सुंदरकांड पाठ, भजन संध्या समेत अन्य धार्मिक अनुष्ठान चल रहे हैं। अब तक 1 लाख से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंच चुके हैं।

दादाजी धाम, खंडवा

खंडवा के दादाजी धाम धूनीवाले में अतिथि देवो भव: की परंपरा निभाई जा रही है। 500 से अधिक भंडारों में भक्तों को 56 भोग जैसे व्यंजन नि:शुल्क परोसे जा रहे हैं। छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, महाराष्ट्र और गुजरात से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। भीड़ को देखते हुए मुख्य गेट बंद कर 6 नंबर गेट से प्रवेश दिया जा रहा है। यहां 40 हजार की क्षमता वाला वाटरप्रूफ डोम तैयार किया गया है।


कुबेरेश्वर धाम, सीहोर

पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में इस वर्ष 5 लाख से अधिक दीक्षा लेने वाले श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। 10 से अधिक डोम और पंडाल लगाए गए हैं, लेकिन भीड़ के चलते जगह कम पड़ रही है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने प्रवचन दिए। 30 क्विंटल नुक्ती प्रसाद का वितरण किया गया।

चित्रकूट के विभिन्न मंदिरों में अनुष्ठान

चित्रकूट में आचार्य आश्रम, रघुवीर मंदिर, जानकी कुंड व अन्य मठों में गुरु पूजन का कार्यक्रम चल रहा है। धारकुंडी के परमहंस आश्रम में त्रिशूल पूजन और दोपहर 12 बजे स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज के वर्चुअल दर्शन हुए। यहाँ भक्तों के लिए विशाल भंडारा आयोजित किया गया है।


हरदा पट्टाभिराम मंदिर में 8 दिवसीय महोत्सव

हरदा के 125 साल पुराने पट्टाभिराम मंदिर में अखंड राम नाम जप, हरिकर्तन और प्रभातफेरी के साथ महोत्सव मनाया गया। सवा करोड़ राम नाम जप का संकल्प इस वर्ष पूरा किया गया। मार्ग में आने वाले हर मंदिर में ध्वज पूजन और भेंट अर्पित की गई।


गुरुपूर्णिमा का आध्यात्मिक महत्व

गुरु पूर्णिमा हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा को मनाई जाती है। यह दिन महर्षि वेदव्यास के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, जिन्होंने वेदों की व्याख्या और महाभारत की रचना की। यह पर्व गुरु के प्रति कृतज्ञता और श्रद्धा व्यक्त करने का प्रतीक है।

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