Rewa SGMH: अस्पताल में शराब के नशे में धुत डॉक्टर ने मचाया हंगामा, CMO ने दी कार्रवाई की चेतावनी

रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल (SGMH) में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां मेडिसिन विभाग के डॉक्टर विवेक शराब के नशे में धुत होकर गुरुवार रात को हंगामा मचाने लगे। इस दौरान वार्ड में भर्ती मरीजों और स्टाफ को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, डॉ. विवेक ने रात के समय शराब के सेवन के बाद अस्पताल के वार्ड में अचानक हंगामा शुरू कर दिया। वे चिल्लाने लगे और व्यवहारिक रूप से असंयमित हो गए, जिससे मरीजों का उपचार बाधित हो गया। वार्ड में मौजूद अन्य चिकित्सक, नर्स और अटेंडेंट्स ने घबराहट में तुरंत अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों को सूचना दी। सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और डॉ. विवेक को वार्ड से बाहर निकाल लिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उन्हें सीधे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया।
इस घटना से अस्पताल का माहौल पूरी तरह से प्रभावित हो गया। मरीजों के परिजनों ने भी इसकी शिकायत दर्ज कराई, क्योंकि नशाग्रस्त हालत में डॉक्टर का व्यवहार न केवल अनुचित था, बल्कि मरीजों की सुरक्षा के लिए खतरा भी पैदा कर रहा था।
स्टाफ ने की लिखित शिकायत, CMO ने लिया संज्ञान
डॉ. विवेक के इस आचरण से उनके सहकर्मी डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ लंबे समय से परेशान थे। घटना के तुरंत बाद, प्रभावित स्टाफ ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. यत्नेश त्रिपाठी के समक्ष डॉ. विवेक के खिलाफ औपचारिक लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में डॉक्टर के बार-बार अनुशासनहीन व्यवहार का जिक्र किया गया है।
CMO डॉ. यत्नेश त्रिपाठी ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा, "डॉ. विवेक का यह व्यवहार पूरी तरह से स्वास्थ्य विभाग की नियमावली के विरुद्ध है। शराब के नशे में अस्पताल परिसर में हंगामा मचाना असंवेदनशीलता और अनुशासनहीनता का प्रतीक है। हमने उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है और उनके निर्देशानुसार डॉ. विवेक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, पुलिस को भी आवश्यक सहयोग दिया जाएगा।" CMO ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी घटनाओं को दोहरित होने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
पुलिस जांच में जुटी, डॉक्टर हिरासत में
अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर रीवा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। डॉ. विवेक को संजय गांधी अस्पताल थाना चौकी में हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस अधिकारी बयानों के आधार पर मामले की गहन जांच कर रहे हैं। इसमें अस्पताल प्रशासन, सहकर्मी डॉक्टरों और गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में शराब के नशे की पुष्टि हो चुकी है, और आगे की कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।
बताया जाता है कि अस्पताल प्रबंधन ने स्वयं ही पुलिस को बुलाया था, जो इस घटना की पारदर्शिता को दर्शाता है। पुलिस ने डॉ. विवेक के खिलाफ संभावित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की है, जिसमें सार्वजनिक स्थान पर शराब पीना और व्यवधान पैदा करना शामिल हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग में सनसनी
रीवा के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, जो मध्य प्रदेश का एक प्रमुख सरकारी स्वास्थ्य केंद्र है, इस घटना से स्तब्ध है। डॉक्टरों पर मरीजों की जान बचाने का दायित्व होता है, लेकिन नशे में धुत होकर ड्यूटी पर आना न केवल पेशेवर नैतिकता का उल्लंघन है, बल्कि मरीजों के विश्वास को भी ठेस पहुंचाता है। स्थानीय स्तर पर इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
