MP कांग्रेस की संगठन बैठक: हरीश चौधरी की जिलाध्यक्षों को सख्त नसीहत, जीतू पटवारी ने चला बड़ा वादा

भोपाल: PCC कार्यालय में कांग्रेस जिलाध्यक्षों से चर्चा करते प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी।
X
भोपाल: PCC कार्यालय में कांग्रेस जिलाध्यक्षों से चर्चा करते प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी। 
भोपाल में कांग्रेस जिला अध्यक्षों की बैठक में प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। वहीं मुरैना में जीतू पटवारी ने आदिवासियों की जमीन वापस दिलाने का वादा किया। पढ़ें पूरी खबर।

MP Congress Meeting: मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने रविवार (21 सितंबर) को प्रदेश कार्यालय में भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के जिलाध्यक्षों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने संगठन सृजन अभियान के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए जिलाध्यक्षों को जमीनी स्तर पर काम करने की नसीहत दी। ताकि, संगठन को और सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकें।

हरीश चौधरी कहा, कार्यकारिणी का गठन पार्टी द्वारा बताई गई संख्या के हिसाब से ही किया जाएगा। हर जिले में विधानसभा के हिसाब से कार्यकारिणी गठित करें। संगठन में ऐसे लोगों को ही दायित्व सौंपें, जिन्होंने जमीनी स्तर पर काम किया है।

ट्रेनिंग जल्द, राहुल-खरगे भी होंगे शामिल

संभागवार हुई बैठक में बताया गया कि जल्द ही जिलाध्यक्षों की 10 दिवसीय ट्रेनिंग होगी। इसकी रूपरेखा और रणनीति तैयार की जा रही है। वर्कशॉप में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी शामिल होंगे।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी डॉ संजय कामले ने बताया कि यह एक ऐतिहासिक पहल है। इसके माध्यम से सभी जिलाध्यक्षों को संगठनात्मक दृष्टिकोण से जोड़ा जा रहा है।

आदिवासियों की जमीन वापस दिलाएंगे

  • प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी रविवार (21 सितंबर) को मुरैना में आयोजित किसान मजदूर महापंचायत में शामिल हुए। कहा, मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने 40 हजार आदिवासियों को जमीन अदाड़ी-अंबानी व अन्य उद्योगपतियों को सौंप दी गई है।
  • 2028 में कांग्रेस सरकार बनी तो हम इसकी समीक्षा करेंगे। साथ ही जिन उद्योगपतियों को यह जमीन दी गई है, उनसे वापस लेकर पुन: आदिवासियों को सौंपेंगे।
  • जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने लाडली बहना योजना के तहत बहनों को 3000 रुपए प्रतिमाह देने का वादा किया था लेकिन आज उन्हें केवल 1250 रुपए ही मिल रहे हैं। किसानों से किया गया वादा भी अधूरा है।
WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story