छिंदवाड़ा में 20 बच्चों की मौत का मामला: जहरीली सिरप बनाने वाली कंपनी का मालिक गिरफ्तार, SIT ने रखा था 20 हजार का इनाम

देश को हिला देने वाले कोल्ड्रिफ कफ सिरप कांड में आखिरकार बड़ा एक्शन हुआ है। श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के मालिक रंगनाथन को पुलिस ने चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया है। यह वही कंपनी है, जिसके सिरप से मध्य प्रदेश और राजस्थान में कम से कम 23 बच्चों की मौत हो चुकी है।
जांच में सिरप में जहरीले औद्योगिक रसायन डाइएथिलीन ग्लाइकॉल की भारी मात्रा पाई गई थी। अधिकारियों के मुताबिक, रंगनाथन को ट्रांजिट रिमांड के बाद छिंदवाड़ा लाया जाएगा, जहां सबसे ज्यादा मौतें दर्ज हुई हैं। गिरफ्तारी के साथ ही देशभर में फार्मा इंडस्ट्री की लापरवाही और जवाबदेही पर नए सवाल खड़े हो गए हैं।
गिरफ्तारी के बाद रंगनाथन से पूछताछ की जा रही है। इस मामले को लेकर पहले ही पुलिस ने श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी के फरार मालिकों पर 20,000 रुपये इनाम घोषित किया था। साथ ही, विशेष एसआईटी (SIT) टीम का गठन भी किया गया था, जिसका नतीजा अब सामने आया है।
प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने साफ कहा कि 20 बच्चों की मौत दूषित कफ सिरप पीने से हुई है और इसके लिए तमिलनाडु सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है। उनका कहना था कि राज्य से बाहर भेजी जाने वाली दवाओं की जांच करना तमिलनाडु सरकार की जिम्मेदारी थी।
जानकारी के अनुसार, यह फैक्ट्री तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले के सुंगुवरचत्रम इलाके में स्थित है और पिछले 14 सालों से Coldrif सिरप का निर्माण कर रही थी। इसके प्रोडक्ट्स की सप्लाई देशभर के कई राज्यों में की जाती रही है। अब पुलिस की सख्त कार्रवाई और कंपनी के मालिक की गिरफ्तारी के बाद उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में जल्द ही और खुलासे होंगे।
कोल्ड्रिफ बनाने वाले कारखाने में 350 नियमों का उल्लंघन, 48% तक मिला औद्योगिक जहर
तमिलनाडु से आई एक चौंकाने वाली रिपोर्ट ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप त्रासदी के पीछे की भयावह सच्चाई उजागर कर दी है। औषधि नियंत्रण विभाग की 26 पृष्ठों की जांच रिपोर्ट में कांचीपुरम स्थित श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के कारखाने को “मौत का अड्डा” बताते हुए 350 गंभीर उल्लंघनों का खुलासा हुआ है।
जांच में पाया गया कि फैक्ट्री में जंग लगे उपकरण, गैर-फार्मा-ग्रेड रसायन और 48% तक औद्योगिक तरल का इस्तेमाल किया गया था, जबकि अनुमेय सीमा मात्र 0.1% है। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि फैक्ट्री GMP प्रमाणन के बिना ही दवाओं का उत्पादन कर रही थी।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने भी पुष्टि की कि 3 अक्टूबर को दवा नियंत्रक द्वारा लिए गए सैंपल की रिपोर्ट में Coldrif कफ सिरप को मिलावटी (contaminated) पाया गया है। रिपोर्ट आते ही कंपनी को उत्पादन बंद करने के आदेश दिए गए।
